बिजली आपूर्ति दुरुस्त करने की माँग को लेकर नेफोवा ने किया एनपीसीएल का घेराव

बिजली आपूर्ति दुरुस्त करने की माँग को लेकर नेफोवा ने किया एनपीसीएल का घेराव

ग्रेटर नोएडा। ग्रेनो वेस्ट में एनपीसीएल की तरफ से बार बार असहनीय बिजली कटौती से परेशान होकर नेफोवा सदस्यों और ग्रेनो वेस्ट सोसाइटियों के निवासियों ने शनिवार को ग्रेटर नोएडा स्थित एनपीसीएल ऑफिस का घेराव किया।
नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने बताया कि गौतमबुद्ध नगर सरकारी कागजों में “नो कट जोन” घोषित है, लेकिन यहाँ की बिजली आपूर्ति की हालत देख कर कुछ और ही लगता है। और अगर एनपीसीएल के वितरण क्षेत्र ग्रेटर नोएडा वेस्ट की बात करें तो पिछले कई दिनों से ग्रेनो वेस्ट के सोसाइटियों में बिजली आपूर्ति की स्थिति बहुत ही ख़राब है। दोपहर और रात में बिजली तो मानो आँख मिचौली खेलती है। लाइट जितनी आती नहीं उससे ज्यादा कटी रहती है। बच्चों के ऑनलाइन क्लास और लोगों के वर्क फ्रॉम होम ऑफिस का कार्य चलता रहता है। ऐसे में बार बार बिजली जाने से ना तो ढंग से क्लास हो पाती है और नाही ऑफीस का काम या मीटिंग हो सकती। गर्मी इतनी प्रचण्ड है कि बिना AC के काम नहीं चलता। जबकि बैकअप पर AC ना चलने से नींद भी नहीं आती। नेफोवा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपांकर कुमार एवँ सुमिल जलोटा ने बताया कि बिजली आपूर्ति की स्थिति ग्रेनो वेस्ट के लगभग सभी सोसाइटियों में एक जैसा ही है। नो कट जोन होने के बावजूद गर्मियों में कई कई घण्टो के अघोषित बिजली कटौती से निवासियों का जीना हराम है। सोसाइटी के पावर बैकअप का दाम भी बिजली आपूर्ति के मुकाबले 3 गुना है। ऐसे में बैकअप सर्विस का इस्तेमाल भी सोच कर ही करना पड़ता है।
नेफोवा की महासचिव श्वेता भारती ने बताया एनपीसीएल के ऑफिस का घेराव शांतिपूर्ण रहा। घेराव के दौरान एनपीसीएल के अधिकारियों ने नेफोवा को वार्ता के लिए बुलाया। एनपीसीएल अधिकारियों के साथ वार्ता में बताया कि NPCL के पास पीक डिमांड 900MW की है लेकिन इस साल NPCL को UPPCL से 500MW ही मिल रहा इस लिए लोड शेडिंग करना पड़ता है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों में लोड शेडिंग कम से कम किया जाएगा। इसके अलावा NPCL ने बताया कि 2नए सब स्टेशन बनने है और नोएडा सेक्टर-123 से 100MW बिजली NPCL को मिलना है जिससे ग्रेनो वेस्ट की समस्या दूर होगी, परंतु यह होने में कम से कम 2-3 साल लगेगा। तब तक के लिए NPCL के पास कोई वैकल्पिक व्यवस्था नही है।
ग्रेनो वेस्ट की हाई राइज सोसाइटी के निवासियों ने एनपीसीएल पर कुछ गंभीर आरोप भी लगाए कि उन्होंने बिल्डर को जितना लोड दे रखा है बिल्डर उससे कहीं ज्यादा आगे फ्लैट में बिजली वितरित किया हुआ है। जिससे ट्रिपिंग की समस्या आती रहती है और फिक्स लोड के नाम पर हर महीने एक मोटी रकम बिल्डर अपनी जेब में डालता है। दूसरी समस्या जो निवासियों को आती है कि बिजली नियामक आयोग के स्पष्ट दिशानिर्देश के बाद भी बिल्डर बिजली के मीटर से मेंटेनेंस शुल्क काट रहा है। परंतु एनपीसीएल मूकदर्शक बनकर देखता रहता और बिल्डर पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। निवासियों के शिकायत पर एनपीसीएल ने सफाई देते हुए यह कहा कि इसके लिए विद्युत नियामक आयोग में शिकायत दर्ज करनी होगी और सपोर्टिंग डॉक्यूमेंट उनकी तरफ से मुहैया करवा दिया जाएगा क्योंकि एनपीसीएल के पास में बिल्डर के ऊपर कारवाई करने की कोई अथॉरिटी नहीं है ज्यादा से ज्यादा वह नोटिस जारी करेंगे और सोसाइटी की बिजली काट सकते हैं जिससे अंततः नुकसान वहां रह रहे निवासियों का ही होगा।
घेराव मे अध्यक्ष अभिषेक कुमार, महासचिव श्वेता भारती, ला-रेसिडेंशिआ से सुमिल जलोटा, पंचशील ग्रीन्स-2 से दीपांकर कुमार, गैलेक्सी नार्थ एवेन्यू से साकेत नारायण, विक्ट्री सेंट्रल से नरेश, चेरी काउंटी से सुनील सचदेव और मनीष त्रिपाठी, ग्रीनार्क से नवल किशोर, इकोविलेज-2 से राजकुमार, मोहम्मद इनाम, अनुपम मिश्रा, हवेलिआ वेलेंशिया से राहुल गर्ग, इकोविलेज-3 से मृतुन्जय झा समेत करीब 50 लोगों में हिस्सा लिया।

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