-ई-ऑक्शन पॉलिसी को यूपीएसआईडीए ने नहीं लिया संज्ञान, वापस ले यूपीएसआईडीए
-आईआईए की नई कार्यकारिणी गठन के बाद प्रेस क्लब में किया संवाद
ग्रेटर नोएडा। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन(आईआईए) की नई कार्यकारिणी गठन होने के बाद शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब स्वर्ण नगरी में परिचय संवाद का आयोजन किया गया, जिसमें चैप्टर चेयरमैन राकेश बंसल, चेयरमैन इंडस्ट्रियल पार्क बी.आर. भाटी, राष्ट्रीय सचिव विशारद गौतम, सचिव सर्व जीत सिंह, कोषाध्यक्ष विपिन माहना, जे.एस. राणा, मनोज सिराधना, अजय राणा, जगदीश अधाना, मुकेश गुप्ता, गौरव मिंडा, मनोज ग्रोवर, राकेश कुमार, सोमेश कौशिक, नवीन गुप्ता, सुरेन्द्र बंसल ने प्रतिभाग किया। चैप्टर चेयरमैन राकेश बंसल ने कार्यकारणी सीमित के सदस्यों का परिचय कराया। इसके बाद सचिव सरबजीत सिंह ने उद्योगों के सामने आ रहीं दिक्कतों को साझा किया।
1-जिसमें यातायात पुलिस ने ग्रेटर नोएडा औद्योगिक शहरी क्षेत्र में माल ढोने वाले वाहनों को मुख्य मार्गों पर प्रवेश निकास पर जो प्रतिबंध लगाया है उसका कोई वैकल्पिक मार्ग अभी तक नहीं बताया गया है, उद्यमियों की छोटे चार पहिया माल वाहक वाहनों को इस प्रतिबंध से बाहर रखने वाली प्रार्थना का भी अभी तक कोई समुचित उत्तर नहीं मिला।
2-उद्योगों के लिए देनदारियां को अदा करने व आवश्यक कंप्लायंस पूरी करने के लिए एक “वन टाइम स्कीम योजना” संबंधित प्राधिकरणों द्वारा चलाए जाएं जिससे उद्यमी अपना बकाया सहेज अदा कर सकें।
3-CAQM के CTO प्रमाणीकरण का मुद्दा सभी एमएसएमई उद्योगों को ग्रिड द्वारा आपूर्त की जा रही ऊर्जा में व्यवधान आने पर उद्योग की निरंतरता को बनाए रखने के लिए विद्युत उत्पादन करने में प्रमाणित ड्यूअल फ्यूल जनरेट्रो की लागत और उपलब्धता एवम CTO न होने पर बंदी कारण, विद्युत आपूर्ति डिस्कनेक्शन आदि परेशानियों को मीडिया के समक्ष रखा, 1 सितंबर से ग्रेप के प्रतिबंध उद्योग को प्रभावित करेंगे ।
4-YEIDA, GINDA, NOIDA प्राधिकरणों ने औद्योगिक भूखंडों की ई ऑक्शन पॉलिसी को वापस ले लिया है लेकिन UPSIDA ने अभी तक इस पर कोई संज्ञान नही लिया है , UPSIDA भी इस पॉलिसी को वापस लेवें।
5.हम, नए विकसित हो रहे YEIDA और न्यू नोएडा के औद्योगिक क्षेत्र में आईआईए का एक औद्योगिक पार्क आवंटित करने की प्रक्रिया में आगे बढ़े हैं, सरकार की पॉलिसी के मद्देनजर नोटिफाइड क्षेत्र में ये प्रयास करेंगे।
6-पिछले दो महीनो से विद्युत प्रदाय में बार बार व्यवधान होने के कारण उद्योग पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है , अभी तक NPCL ने प्रिवेंटिव मेंटेनेंस , और RMU भूमिगत कैक्बलिंग का UPSIDA क्षेत्र काम शुरू नही किया है।
7.NPCL व्यवधान रहित विद्युत प्रदाय करे तो कौन है जो महंगा जनरेटर चला कर पर्यावरण में वायु प्रदूषण बदने की चेष्ठा करेगा ?
8-ग्रेटर नोएडा के अधिक क्षेत्र में जल भराव की समस्या का कर बरसों से कोई भी समाधान नहीं हुआ है।
9-दादरी सूरजपुर सड़क गड्ढों में बदल गई है, वहां चलाना जिंदगी से खेलने जैसा हो गया है। सभी संबंधित विभाग जाइए सो गए हैं।
अन्य भी कई समस्याएं उद्यमियों को चुनौती दे रहीं हैं कि कैसे उद्योग को गति देवें ।