मंगलमय संस्थान में एनईपी 21वीं सदी में प्रासंगिकता व चुनौती पर सेमिनार

मंगलमय संस्थान में एनईपी 21वीं सदी में प्रासंगिकता व चुनौती पर सेमिनार

ग्रेटर नोएडा। मंगलमय इन्स्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट एण्ड टैक्नोलॉजी, नॉलेज पार्क-2 ग्रेटर नोएडा के द्वारा राष्ट्रीय सेमिनार “अन्वेषा-2021’’ एनईपी 2020-21 वीं सदी में प्रासंगिकता और चुनौतियां का सफल आयोजन किया गया। सेमिनार का शुभारम्भ मुख्य अतिथि, प्रोफेसर भगवती प्रकाश शर्मा, वाइस चांसलर, गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय, मुख्य वक्ता प्रोफेसर सी.बी. शर्मा, स्कूल ऑफ एजूकेशन, इग्नू, नई दिल्ली, डॉ. नाहर सिंह, संयुक्त निदेशक, एससीईआरटी नई दिल्ली, संस्थान के चेयरमैन अतुल मंगल एवं वाइस चेयरमैन, आयुष मंगल व डॉ. मनोज कुमार सिंह, निदेशक एवं सेमिनार समन्वयक मंगलमय ग्रुप ऑफ इन्स्टीट्यूशंस सरस्वती प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलित व वन्दना के साथ किया गया। प्रोफेसर सी.बी शर्मा द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को दृष्टिगत रखते हुए इसके प्रभावों और प्रासंगिकता के बारे में सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया, जिससे सभागार में उपस्थित सभी विद्वतजन लाभान्वित हुए। इसके पश्चात प्रोफेसर बी.पी. शर्मा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सन्दर्भ में गुणात्मक शिक्षा एवं 21वीं सदी में उसका औचित्यपूर्ण विश्लेषण को विस्तृत रूप प्रदान किया।
मंगलमय संस्थान में एनईपी 21वीं सदी में प्रासंगिकता व चुनौती पर सेमिनार
डॉ. नाहर सिंह ने तकनीकी सत्र का संचालन विधिवत रूप से करते हुए प्रतिभागियों को पेपर प्रस्तुतीकरण के लाभ व हानि बताते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को भारत सरकार का शिक्षा के क्षेत्र में एक बडी उपलब्धि बताई। सेमिनार में संस्थान के चेयरमैन अतुल मंगल ने मुख्य अतिथि, मुख्य वक्ता, तकनीकी सत्र संचालक, प्राचार्य एवं सभी प्रतिभागियों स्वागत किया एवं भविष्य में शिक्षा के क्षेत्र में इस तरह की गतिविधियां जारी रखने का आश्वासन दिया। निदेशक एवं सेमिनार समन्वयक डॉ. मनोज कुमार सिंह द्वारा समस्त प्रतिभागियों एवं शिक्षकों का धन्यवाद ज्ञापित किया। सेमिनार सह समन्वयक प्रवीण कुमार व डॉ. श्वेता सिंह एवं कार्यक्रम का संचालन छाया गुप्ता व जूही बिधूडी ने किया। उक्त कार्यक्रम में कोविड-19 के सभी नियमों का पालन किया गया।

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