-तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम, दिल्ली चैप्टर के अध्यक्ष बने राजेश जैन
नई दिल्ली। आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी शिष्या साध्वी श्री डॉ. शुभप्रभा जी ठाणा 4 के सानिध्य में तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम, दिल्ली का शपथ ग्रहण समारोह पीएचडी चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मंगल पाठ से हुई। टी पी ऍफ़ के आध्यात्मिक पर्येवेक्षक मुनि श्री रजनीश कुमार जी ने अपने उदबोधन में कहा की ये कर्तव्य बोध भी है। समाज को टीपी ऍफ़ के माध्यम से जोड़ के संघ और संस्था का भी मान बढ़ाये। प्रोफेशनल आपस में मिले जुले और अपने पेशेवर कौशल का समाज की बेहतरी के लिए उपयोग करे। इस मौके पर अध्यक्ष श्री राजेश कुमार जैन ने अपने पदाधिकारियों की और कार्यकारिणी की घोषणा की। तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पंकज जी ओस्तवाल ने इस अवसर पर सदस्यता अभियान के कार्यक्रम को प्रमुखता देते हुए 7000 से 13000 मेंबर बनाए जाने का लक्ष्य रखा और मेम्बरशिप LOGO लांच किया। श्रीमती रूमा देवी ने नेटवर्क कनेक्ट कार्यक्रम के अंतर्गत अपना जीवन परिचय दिया और FEMINA को जीवन में आगे बढ़ने कि प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम एक ऐसी संस्था है जो समाज के हर वर्ग को आगे आने में मदद कर सकती है नवनिर्वाचित टीम को बहुत-बहुत बधाई दी और आगामी शुभ भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी प्रेषित की l समाज में उच्च शिक्षित महिलाओं की बहुलता को देखकर उन्होंने कहा कि यह तेरापंथ समाज के लिए बहुत ही गौरव की बात है कि आज नारी किसी भी रूप में पुरुषों से कम नहीं है वह उनके साथ पूरे सम्मानित रूप में काम कर रही है।
टी पी एफ दिल्ली के अध्यक्ष श्री राजेश कुमार जैन ने भारत सरकार की अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा दी जा रही सुविधाओं को जरूरतमंद जैन परिवारों तक पहुँचाने का प्रयास करने का निर्णय लिया , साथ ही मेडिकल कैम्प्स के जरिये निर्धन परिवारों को निशुल्क: सुविधाएं पहुँचाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर साध्वी श्री डॉ शुभप्रभा जी ने कहा कि संघ और टी पी ऍफ़ से जुड़कर युवा संस्कारी और बुध्दि संपन्न बने। साध्वी श्री ने कहा के आप कितनी भी ऊंचाइया छू ले लेकिन पांव जमीन से जुड़े हुए होने चाहिए और संघ कि सेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए। उन्होंने किसी भी कार्य में सफलता के लिए नए संक्षेपण SEED (SPIRITUALITY – EFFORT – EFFICIENCY – DEDICATION ) का मंत्र दिया। अंत में टी पी एफ दिल्ली की सचिव कविता बरडिया ने सभी साध्वी वृंद और उपस्थित जनो का आभार प्रकट किया।