मेट्रो कॉलेज में सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन, ट्रैफिक सब-इंस्पेक्टर ने किया जागरुक

मेट्रो कॉलेज में सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन, ट्रैफिक सब-इंस्पेक्टर ने किया जागरुक

ग्रेटर नोएडा,10 फरवरी। मेट्रो कॉलेज ऑफ हेल्थ साइंसेज एवं रिसर्च ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के आधार पर “राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह” पर एक व्याख्यान का आयोजन किया है, जिसमें 18 जनवरी से 17 फरवरी तक सड़क सुरक्षा माह का निरीक्षण करने का निर्णय लिया गया है। इस कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना एवं दीप प्रज्वलित कर छात्रों के औपचारिक स्वागत के साथ की गयी। कार्यक्रम में डॉ. कनक लता के आशीर्वाद से आगे बढ़ा। इस आयोजन का मुख्य आकर्षण सड़क नुक्कड नाटक था जिसके द्वारा बी फार्म प्रथम वर्ष के छात्रों द्वारा सड़क सुरक्षा नियमों के पालन करने का सन्देश दिया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ट्रैफिक सब-इंस्पेक्टर बलवीर सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारत में ट्रैफिक टकराव हर साल होने वाली मौतों, चोटों और संपत्ति की क्षति का एक प्रमुख कारण है। इससे उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और तमिलनाडु ये तीनों राज्य सबसे अधिक प्रभावित हैं। बलवीर सिंह ने भारतीय ट्रैफ़िक विपत्तियों के लिए विभिन्न सुरक्षा नियमों और विनियमों को भी पढ़ाया। तथा उन्होंने बताया की गति सीमा से अधिक ड्राइविंग, प्रभाव के तहत ड्राइविंग, और हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग नहीं करने के रूप में यातायात टकराव के प्रमुख कारण हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग पर लेन को बनाए रखने में विफलता, गैर नियंत्रित वाहन या विपरीत दिशा में वाहन चलाना आदि टकराव के प्रमुख कारण हैं। रिपोर्ट के मुताबिक कहा गया कि मोटरसाइकिल और मोटर-चालित तिपहिया वाहनों के उपयोगकर्ता यातायात टकराव से होने वाली मौतों के दूसरे सबसे बड़े समूह का गठन करते हैं। बलवीर सिंह पिछले अड़तीस साल से अपने काम के लिए समर्पित हैं। छात्रों ने बड़े उत्साह के साथ कार्यक्रम में भाग लिया और उनके द्वारा पूछे गए सवालों के भी जवाब दिए, सिंह ने जीवन के अपने रोमांचक अनुभवों को सायरी द्वारा प्रस्तुत किया। छात्रों द्वारा पोस्टर प्रतियोगिता में भाग लिया गया जिसमे खुसबू पाल ने पहला , विवेक मिश्रा दूसरा एवं अबरार अहमद ने तीसरा स्थान प्राप्त किया इस कार्यक्रम के दौरान बी. फार्म. प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए “आधिकारिक परिचय” आयोजित किया गया था। वातावरण, नयापन या नवीनता मनुष्य के लिए लुभावना और आकर्षक रहता है। नवीनता एक उत्साह, आश्चर्य, विज्ञान, हंसमुखता, खुशी, आशा, साहस, सकारात्मकता और जुनून लाती है। डॉ. कनक लता, निदेशक शिक्षा और डॉ. सुरेन्द्र लालवानी, प्राचार्य फार्मेसी द्वारा ज्योति चंद्रा, सहायक प्रोफेसर और सदस्यों को सत्र के आयोजन के लिए और इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया गया।

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