आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (एआईएमटी), ग्रेटर नोएडा में मानव संसाधन पर सम्मेलन का आयोजन

Conference on Human Resources organized at Army Institute of Management and Technology (AIMT), Greater Noida

ग्रेटर नोएडा। आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (एआईएमटी),ग्रेटर नोएडा ने मानव संसाधन पर सम्मेलन का आयोजन किया जिसका शीर्षक था रिवायरिन्ग ऑफ वर्क प्लेस ड्युरिंग दी ट्रान्जीशन टाईम। सम्मेलन में देश भर के विभिन्न उद्योगों से प्रसिद्ध मानव संसाधन विशेषज्ञों ने अपने विचारों को प्रस्तुत किया जिसमें विचारशील विषयों जैसे संक्रमण के दौरान कंपनियों की रीवायरिंग जरूरतों और चुनौतियों की जांच करना और महामारी के दौर से उठना, संगठनों के कर्मचारियों के कार्य स्थल पर लौटने से सम्बंधित चिंताएं और संक्रमण के समय में कर्मचारियों के कल्याण पर चर्चा की गयी। वर्चुअल कॉन्क्लेव में (डॉ.) विवेक चावला, निदेशक, एआईएमटी ने सभी का स्वागत किया। उद्घाटन भाषण लेफ्टिनेंट जनरल वी.के. मिश्रा, एवीएसएम, जीओसी दिल्ली एरिया, संरक्षक एआईएमटी द्वारा प्रस्तुत किया गया। साथ ही उन्होंने मानव संसाधन विभागों द्वारा अनुभव की गयी अभूतपूर्व स्थितियों और महामारी के बाद अर्थव्यवस्थाओं के पुनरुद्धार पर प्रकाश डाला तथा दोहराया कि व्यक्तिगत स्पर्श कर्मचारियों को संगठनों के प्रति वफादार बनाता है।
Conference on Human Resources organized at Army Institute of Management and Technology (AIMT), Greater Noida
उद्घाटन-सत्र
दिन के पहले वक्ता पी.द्वारका नाथ, निदेशक-जीएस के सी एक्स, ग्लैक्सो स्मिथ क्लाइन ने कहा परिवर्तन अपरिहार्य है और नई पीढ़ी को अंदर से बाहर दृष्टिकोण रखने की आवश्यकता है तथा वर्तमान समय में मानसिकता में बदलाव की आवश्यकता है। मुख्य अतिथि शशांक श्रीवास्तव, वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक- विपणन और बिक्री मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने कहा हमारे विकास में सबसे बड़ा हथियार हमारा मानव संसाधन होगा। मुसरत, हेड- लीडरशिप एंड फंक्शनल स्कूल, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने जोर दिया कि तकनीकी और सामाजिक बदलाव काम को आकार देंगे और काम का हाइब्रिड मॉडल हमेशा काम करेगा। संदीप त्यागी, निदेशक–मानव संसाधन, सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने डिजिटल परिवर्तन की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और मानव संसाधन की कमी को कम करने के लिए कर्मचारी जुड़ाव और विश्लेषण के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया। सत्र को आगे बढ़ाते हुए, प्रो. रिज़वी, अंतर्राष्ट्रीय प्रबंधन संस्थान (आईएमआई), नई दिल्ली में नेतृत्व और परिवर्तन प्रबंधन के प्रोफेसर ने काम के 4 डब्ल्यू काम के बारे में बात की, काम, कार्यकर्ता, कार्यस्थल और कल्याण और कहा कि कार्यकर्ता अब फोकस का केंद्र है। रजनीश सिंह, मैनेजिंग पार्टनर सिम्पली एच आर सॉल्यूशंस एलएलपी ने भविष्य के कार्य मॉडल के बारे में बात की, इस तथ्य पर जोर दिया कि भविष्य की परिभाषा सिकुड़ रही है। अंत में डॉ मनोज के प्रसाद, उपाध्यक्ष प्रतिभा विकास और डिजिटल परिवर्तन, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने कहा महामारी के प्रभाव में डेटा और डिजिटल परिवर्तन प्रमुख बन गए हैं।
तकनीकी-सत्र-1
पहले सत्र में अवधेश दीक्षित- मुख्य मानव संसाधन अधिकारी एक्विटी नॉलेज पार्टनर ने सत्र का संचालन किया और सत्र को जारी रखते हुए संजय कुमार सीएच आर ओ एल टी मेट्रो ने संक्रमण के समय में मानव संसाधन प्रबंधक की नई भूमिका और मानव संसाधन प्रक्रियाओं के बदलते पहलू पर प्रकाश डाला। सत्र को आगे बढ़ाते हुए, टीम कंप्यूटर्स के मुख्य मानवसंसाधन अधिकारी अमूल्य शाह ने उद्योग में व्यापक रूप से फैल रही नई लचीली काम काजी प्रक्रियाओं पर जोर देते हुए पहले तकनीकी सत्र का समापन किया।
तकनीकी-सत्र-2
तकनीकी सत्र दो की शुरुआत धर्मरक्षित, हेड मानवसंसाधन, हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड के साथ हुई, उन्होंने ने सत्र का संचालन किया और महामारी के कठिन समय में कर्मचारियों की भलाई के महत्व पर जोर दिया तथा मुनाफे पर कर्मचारियों के कल्याण के महत्व को दोहराया। संजीववर्मा, वीपी मानवसंसाधन, एसटी टेलीमीडिया जीडीसी ने दूरस्थ कार्य में कर्मचारी के प्रदर्शन को सुनिश्चित करने के लिए कर्मचारी जुड़ाव का एक महत्वपूर्ण पहलू जोड़ा। सत्र का समापन हर्षवेंद्र सोइन-ग्लोबल चीफ पीपल ऑफिसर, टेक महिंद्रा के एक संबोधन के साथ हुआ, जिन्होंने समय-समय पर कौशल की सख्त आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने अनावश्यक कौशल की पहचान करने और संगठन दक्षता के लिए मानव संसाधन के उन्नयन के महत्व पर जोर दिया।

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