-कार्यक्रम का लक्ष्य छात्रों को कौशल के विभिन्न क्षेत्रों के बारे में जागरूक करना
ग्रेटर नोएडा, 26 दिसम्बर। आईटीएस इन्जीनियरिंग कॉलेज में 26 दिसम्बर से 3 फरवरी तक इन्टरनेट ऑफ थिंग्स पर 35 दिनों का प्रौद्योगिकी उद्यमिता विकास कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम पूरी तरह से डीएसटी-एनआईएनएटी द्वारा प्रायोजित है। यह कार्यक्रम इन्टरनेट ऑफ थिंग्स पर नवीनतम तकनीक पर आधारित उदयमिता की आवश्यकता ओर महत्व के बारे में जागरुकता पैदा करता है। इसमें मुख्य अतिथि डा. एस.पी. मिश्रा, आईटीएस ग्रुप के सलाहकार और डा. गगनदीप अरोडा, डीन अकैडमिक ने सरस्वती वंदना के साथ द्वीप प्रज्वल्लित कर किया। इस कार्यक्रम का लक्ष्य छात्रों को कौशल के विभिन्न क्षेत्रों के बारे में जागरूक करना था, जहां वे स्वयं को उद्यमी के रूप में स्थापित कर सके और दूसरों के लिए भी रोजगार के अवसर प्रदान कर सके। डा. मिश्रा, ने सत्र का शुरूआत करते हुए इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत संचालित और ज्ञान आधारित औद्योगों का उछाल देख रहा है, चाहे वो परम्परागत व्यवसाय या किसी अन्य आधुनिक व्यापार का क्षेत्र हो, चाहे नये औद्योगों या स्टार्टअप की संख्या में अचानक बढ़ोतरी ने देश को आश्चर्यचकित कर लिया हो। उन्होंने यह भी समझाया कि इस प्रकार के व्यवसाय में प्रौद्योगिकी और नवाचार एक प्रमुख भूमिका निभा रहें है। डॉ. गगनदीप अरोडा ने उद्यमिता की आवश्यकता को समझाया और हाल के दिनों में उद्यशीलता प्रणाली कैसे विकसित हुई है के बारे में चर्चा की। उन्होंने स्नातक के बाद विभिन्न कैरियर विकल्पों के बारे में बात कि और छात्रों को उद्यमिता में शामिल होने से बढ़ते देश का अधिकतम लाभ लेने के लिए पेरित किया, उन्होंने विद्यार्थियों को चाहने वालों की बजाय नौकरी प्रदाता होने कि लिए प्रेरित किया। इसके बाद, छात्रों के साथ एक संक्षिप्त प्रश्नउत्तर सत्र आयोजित किया गया ताकि उद्यमिता के बारे में उनके विचार और धारणा के बारे में पता चल सके। उद्यमिता का मुख्य उद्देश्य छात्रों का एक उद्यमीय और पेशेवर मानसिकता के साथ प्रशिक्षित करना है ताकि वे वित्तीय और विनिमय योजनाओं के बारे में छात्रों के बीच जागरुकता विकसित कर सकें।