आयुर्योग के महाकुंभ में योग, आयुर्वेद और नेचुरोपैथी की हुई शुरुआत

 

-आयुर्योग एक्स्पो में स्वामी रामदेव और श्री श्री रविशंकर सहित योग गुरु योग से देंगे निरोग की शिक्षा

-इंडिया एक्सपोमार्ट में भारतीय व विदेशी नागरिकों का हुआ है समागम

ग्रेटर नोएडा, 7 नवम्बर। इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मॉर्ट में योग, आयुर्वेद और नेचुरोपैथी (प्राकृतिक चिकित्सा) के महाकुंभ आयुर्योग-2019 की शुरूआत हो गई। केंद्रीय राज्य मंत्री आयुष मंत्रालय श्रीपद यशो नाइक ने चार दिन चलने वाली प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। स्थानीय सांसद डॉ. महेश शर्मा, पदमश्री डॉ. एचआर नागेंद्र गुरुजी, वैद्य राजेश कोटचा सचिव आयुष मंत्रालय मौजूद रहे। आयुर्योग महाकुंभ के अवसर पर इसके अलावा देश और विदेश से बड़ी संख्या में योग, आयुर्वेद, धर्म के गुरुओं ने शिरकत की। जिसमें विद्या देवेंद्र त्रिगुण, डॉ. हंसा जयदेव योगेंद्र, स्वामी अमृता सुर्यानंद महाराज, विश्वगुरु महामंडलेश्वर परमहंस श्रीस्वामी महेश्वारानंद पुरी, पदमश्री स्वामी भरत भूषण जैन, आचार्य डॉ. लोकेश, राकेश कुमार चेयरमैन एक्स्पो मॉर्ट मौजूद रहें। उद्घाटन अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री यशो नाइक ने कहा कि यह बहुत बड़ा अवसर है जब भारतीय आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति से दुनिया रूबरू होगी। आयुर्योग दुनिया की सबसे पुरानी चिकित्सा पद्धति है और इसे महान विद्वानों ने सभी पद्धतियों की जननी भी माना है। भारतीय योग समिति के अध्यक्ष पदमश्री एच.आर. नागेंद्र ने इस अवसर पर कहा कि सबसे बड़ी चुनौती थी कि किस तरह से इन सभी पद्धतियों के विशेषज्ञों और महान गुरुओं को एक स्थान पर लाया जा सके, आयुर्योग से अब यह मुमकिन हुआ है। इस अवसर पर पदमश्री और पदम विभूषण अवार्डी वैद्य देवेंद्र त्रिगुण ने कहा कि यहां हम सभी इस चीज पर वार्ता करेंगे कि किस तरह से योग, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा के सहयोग से दवाइयां बन सकें जो बहुत कम कीमत पर लोगों के लिए जीवनदायिनी हों। वहीं, महेश शर्मा ने कहा कि आयुर्वेद का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है, जबकि योग अब पूरी दुनिया में फैल चुका है। एक्सपो मार्ट के मेन हॉल में जैसे ही नार्वे के गुरु स्वामी अमृता सूर्यानंद महाराज ने शिरकत की तो उनके तीन से चार सौ के करीब विदेशी महिला अनुयायियों ने जोरदार स्वागत किया। आचार्य डा. लोकेश ने कहा कि भारत की प्राचीन चिकित्सा प्रणाली आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा की आज विश्व जनमानस को आवश्यकता है। यह केवल चिकित्सा ही नहीं अपितु एक जीवन शैली है जिसको अपनाने से स्वस्थ तन, मन और बुद्धि की संरचना संभव है। डा.एच.आर. नगेन्द्र ने कहा कि 7-10 नवंबर तक चलने वाले आयुर्योग एक्स्पो में योगऋषि स्वामी रामदेव, योग शिविर लगाएंगे तो गुरुदेव श्री श्री रविशंकर, स्वामी चिदानंद सरस्वती, आचार्य डा. लोकेश,  स्वामी भारत भूषण  स्वामी अमृत सूर्यनन्द महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी महेश्वरानन्द जी महासत्संग करेंगे, विश्व भर से 5000 से भी ज्यादा प्रतिनिधि भाग लेंगे और करीब एक लाख लोग प्रतिदिन आएंगे।

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