ग्रेटर नोएडा। कोरोना वायरस की विश्वव्यापी महामारी से निपटने के लिए और लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए 14 अप्रैल तक राष्ट्रीय लॉक डाउन घोषित किया गया है। संकट की इस घड़ी में ऑनलाइन माध्यमों से शिक्षण कार्य जारी रखने के अतिरिक्त, जीबीयू के जनसंचार एवं मीडिया अध्ययन विभाग की चेयरपर्सन और विभागाध्यक्ष प्रोफेसर बंदना पांडेय की पहल पर राहत और जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। जीबीयू के संकाय सदस्यों और विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय के आसपास के क्षेत्रों में झुग्गी बस्तियों में रहने वाले परिवारों को राहत और खाद्य सामग्री वितरित की। इनमें वह लोग भी हैं जो मजदूरी करते हैं और लॉक डाउन में बहुत कठिन स्थिति का सामना कर रहे हैं। विभाग की योजना है कि राहत अभियान लॉक डाउन की पूरी अवधि तक चलाया जाएगा। इस अभूतपूर्व जन स्वास्थ्य संकट के दौरान स्वास्थ्य संचार की अहम भूमिका होती है। दुनिया भर में, और भारत में भी कोविड 19 को लेकर झूठी जानकारियों, फेक खबरों और भ्रांतियों के फैलने की चुनौती पैदा हो गई है। इस गंभीर समस्या को ‘ इन्फोडेमिक ‘ कहा जा रहा है। इस चुनौती से निपटने के लिए जीबीयू के जनसंचार और मीडिया अध्ययन विभाग ने जागरूकता अभियान शुरू किया है। इसके अंतर्गत विभाग के रिसर्च स्कॉलर्स फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर प्रामाणिक सूचनाएं, इंफोग्राफिक्स और वीडियो शेयर कर रहे हैं। इसका उद्देश्य है – कोरोना वायरस संक्रमण के वैश्विक संकट, इस बीमारी के लक्षणों इसके फैलाव के कारणों और बचाव के उपायों के बारे में सही सूचनाएं लोगों तक पहुंचाना। जैसे, भली-भांति हाथ धोने, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग और सभी आधिकारिक दिशा-निर्देशों का पालन करने का महत्व आदि। ऐसे विषयों के बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, गृह मंत्रालय और राज्य सरकार द्वारा जारी की गई अधिसूचनाओं, निर्देशों और जानकारियों को शेयर करके लोगों को जागरूक किया जा रहा है।