भारतीय संस्कृति मानवीय मूल्यों और भाईचारे का संदेश देती है- ओम विरला, लोकसभा अध्यक्ष

-गौतमबुद्ध विवि में प्रेरणा विमर्श 2020 विरासत के समापन पर प्रख्यात विचारक हुए शामिल

ग्रेटर नोएडा,9 फरवरी। हमारी संस्कृति सनातन है और भारतीय संस्कृति के कारण हमारे देश की विश्व में आज एक विशिष्ट पहचान है। भारतीय संस्कृति मानवीय मूल्यों और भाईचारे का संदेश देती है। भारत एक मजबूत लोकतंत्र है, यह लोकतंत्र हमारी पुरातत्व संस्कृति है, जो हमारे पास आजादी के पहले से ही विद्यमान है। इस संस्कृति को न मुगल मिटा सके न अंग्रेज, यह बात लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में प्रेरणा विमर्श 2020 विरासत के समापन पर कहा। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र आजादी के बाद नहीं मिला बल्कि यह हमारी पुरातन संस्कृति है। समापन कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह संपर्क प्रमुख रामलाल,  गोवा की पूर्व राज्यपाल और प्रख्यात साहित्यकार मृदुला सिन्हा, गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के कुपलति प्रोफेसर भगवती प्रकाश शर्मा, अभिनेता गजेंद्र चौहान, राज्य सूचना आयुक्त सुभाष सिंह समेत देश के कई प्रख्यात विचारक शामिल हुए।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसंपर्क प्रमुख रामलाल ने वंदेमातरम का नारा लगवाकर समापन समारोह में शामिल प्रबुद्ध जनों में उत्साह भर दिया। उन्होंने कहा कि भारत में राष्ट्रीयता और धर्मनिरपेक्षता जैसे विषयों को लेकर भ्रम फैलाया गया है, जिसे दूर करने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने धर्म और रिलीजन के भेद को स्पष्ट करते हुए कहा कि दोनों को एक अर्थ में नहीं लिया जा सकता। रिलीजन का आधार पूजा पद्धति है जबकि धर्म में पूजा पद्धति के अतिरिक्त और भी कई विषय सम्मिलित हैं। सत्र में गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने कहाकि समाज में महिलाओं के प्रति दृश्टिकोण बदलने की आवश्यकता है। सम्मेलनों में केवल महिलाओं की उपस्थिति नहीं होनी चाहिए। वहां महिला सुरक्षा व समस्या, महिला लेखन के स्तर की चर्चा होनी चाहिए। क्योंकि महिला और पुरुष दोनों ही समाज का बराबर का अंग हैं और भारतीय संस्कृति में भी अदर्धनारीश्वर की परिकल्पना दी गई है। उत्तर-प्रदेश के जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि भारत की संस्कृति विश्व में प्राचीन व विशिष्ट है। हमारे वेद, नदियां हमारी विरासत हैं। हमारे संस्कार, वाणी,  विचार अद्भुत हैं। अभिनेता गजेंद्र चौहान ने कहा कि जबतक हम अपने देश, अपने समाज को अपना नहीं समझेंगे, तबतक समाज की अव्यवस्था ठीक नहीं हो सकती। ये देश मेरा है, बच्चों में ये संस्कार देने की आवश्यकता है। सत्र के प्रारंभ में केशव संवाद पत्रिका के सिने विमर्श और भारतीय विरासत विशेषांक का विमोचन किया गया। प्रेरणा विमर्श 2020 आयोजन समिति के अध्यक्ष अणंज त्यागी ने पत्रिका के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर निबंध और पत्रकार प्रतिभा खोज परीक्षा के विजेताओं के साथ ही फिल्म फेस्टिवल के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया।

विभिन्न प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागियों को किया सम्मानित

निबंध प्रतियोगिता में आईएमएस के आयुश श्रीवास्तव, आईआईएमटी की ऋशिता सिंह और आईएमएस की श्वेता आर्या को क्रमषः प्रथम, द्वितीय, तृतीय पुरस्कार दिया गया। विषेश प्रोत्साहन पुरस्कार दिव्यांग ऋतु श्रीवास्तव को मिला। इसी प्रकार प्रतिभा खोज पुरस्कार वीएनपी मेरठ की अदिति गर्ग, जेआईएमएस की दिशा सिंह और आईएमएस की दिव्या ने प्राप्त किए। लघु फिल्म पुरस्कार के विजेता आईआईएमटी के ऋशिकेष सिंह और अभिषेक शर्मा व आईएमएस की जैनब रहीं। इसी प्रकार वृत्तचि़त्र पुरस्कार पीआईएमएस की श्वेता दत्ता, आईआईएचएस की ऋतिका बोरा और डीएमई के उत्सव मिश्र ने झटका। महिला पत्रकार सम्मान के लिए पत्र लेखिका अनुपमा अग्रवाल, रेडियो जॉकी रेखारानी और वरिष्ठ लेखिका अद्वैता काला को चुना गया। तीन दिन के इस आयोजन में हजारों छात्र-छात्राओं ने भागीदारी की।

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