ग्रेटर नोएडा,17 दिसम्बर। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में हुए 126 करोड़ के जमीन घोटाले मामले में बीटा दो कोतवाली पुलिस ने आरोपित अजीत निवासी बुलंदशहर को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने 25 बीघा जमीन प्राधिकरण को देकर चार करोड़ का मुआवजा हड़पा था। आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था, पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी का पिता भी मुआवजा हड़पने में आरोपी है, जिसे पुलिस उसकी तलाश कर रही है। तीन दिन पहले पुलिस ने घोटाले के आरोपित सेवानिवृत्त पीसीएस सतीश कुमार को गिरफ्तार किया था। मामले में आरोपित सेवानिवृत्त आइएएस पीसी गुप्ता डेढ़ साल से जेल में बंद है। बता दें कि यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में वर्ष 2013-14 में हुए भूमि घोटाले के संबंध में तीन जून 2018 को बीटा-दो कोतवाली में प्राधिकरण के तत्कालीन सीईओ सेवानिवृत्त आइएएस पीसी गुप्ता समेत 21 आरोपितों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने मुख्य आरोपित पीसी गुप्ता को 22 जून 2018 को मध्यप्रदेश के दतिया से गिरफ्तार किया था। आरोप है कि मास्टर प्लान से बाहर जाकर प्राधिकरण क्षेत्र में जमीन खरीदी गई थी। इसके बाद उसी जमीन का मुआवजा अपने रिश्तेदारों को रेवड़ी की तरह बांटा गया था। पुलिस की जांच के दौरान कई अन्य अधिकारियों के नाम प्रकाश में आए थे। जिसके बाद पुलिस ने उन सभी अधिकारियों को भी आरोपित बनाया। पुलिस का दावा है कि केस में 36 से अधिक आरोपियों के नाम शामिल किए जा चुके है। पुलिस ने घोटाले में शामिल अजीत को गिरफ्तार किया है, अब तक पुलिस ने चौदह लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
-सुजीत उपाध्याय, बीटा दो कोतवाली प्रभारी ने बताया कि ,यमुना प्राधिकरण में 126 करोड़ के घोटाले के आरोपी अजीत को गिरफ्तार किया गया है,घोटाले में शामिल अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है। जल्द ही अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।