-घंटो की रस्साकसी के बाद सीओ के आश्वासन पर 24 घंटे के लिए धरना स्थगित
-26 नवम्वर को प्राधिकरण प्रस्तावित निर्माणधीन सैक्टर के नाले में मिला था शव
रबूपुरा। कोतवाली क्षेत्र में करीब एक सप्ताह पूर्व प्रस्तावित निर्माणधीन सैक्टर के नाले में मिले मिर्जापुर निवासी युवक होने एवं आरोपियों की गिरफतारी की मांग को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने गुरूवार को कोतवाली का घेराव कर करीब 4 घंटे के शव के मामले में खुलासा नहीं तक जमकर हंगामा किया। इस दौरान लोगों ने कई गम्भीर आरोप लगाते हुए पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये तथा स्थानीय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। सूचना पर पहुंचे सीओ जेवर शरद चन्द्र शर्मा ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह उच्चाधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गये। घंटो चली रस्साकसी के बाद सीओं के आश्वासन पर 24 घंटे के लिए धरना स्थगित कर दिया गया है। 10 दिन का समय बीत जाने के बाद हत्या का खुलासा नहीं होने एवं पीड़ित परिवार के प्रति पुलिसिया रवैया ठीक नहीं होने के चलते ग्रामीणों की नाराजगी चरम पर पहंुच गई और गुरूवार सुबह गांव मिर्जापुर के सैकड़ों महिलाएं व पुरूष कोतवाली पहंुचे और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा शुरू कर दिया और परिसर में ही धरने पर बैठ गये। इस दौरान भाकियू भानू संगठन के कार्यकर्ता भी पीड़ित परिवार के समर्थन में कोतवाली पहुंचे और धरनारतों के साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया। लोगों का गुस्सा बढ़ता देख पुलिस बैकपुट पर आ गई और अधिकारियों को मामले की सूचना दी।
ग्रामीणों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान के साथ ही निर्दोषों को भी परेशान करने का आरोप लगाया। धरने में मृतक की पत्नी सविता अचेत होकर गिर पड़ी जिसे पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। करीब दो घंटे बाद मौके पर पहुंचे सीओ जेवर ने धरनारतों से वार्ता कर समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। घंटों चली बातचीत में सीओं द्वारा 24 घंटे में मामले का खुलास करने के आश्वासन पर लोग शांत हुए तथा शुक्रवार दोपहर तक धरना स्थगित कर दिया है। गौरतलब है कि गत 26 नवम्वर को क्षेत्र में यमुना विकास प्राधिकरण के प्रस्तावित निर्माणधीन सैक्टर के नाले में एक युवक का शव गली-सड़ी अवस्था में पड़ा मिला था। शिनाख्त में मृतक की पहचान गांव मिर्जापुर निवासी हरपाल के 32वर्षीय पुत्र सतीश के रूप में हुई थी। परिजनों ने गांव के एक व्यक्ति पर अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या करने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप है कि तभी से परिजन कोतवाली के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन पुलिस आरोपियों को गिरफतार करना तो दूर मामले का खुलासा करने में भी नाकाम रही है।