शारदा विश्वविद्यालय के 6वें दीक्षांत समारोह में 3159 छात्रों को दी गयी डिग्री

6th convocation at Sharda University, degrees awarded to 3159 students

ग्रेटर नोएडा। शारदा विश्वविद्यालय में 6वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया  गया, जिसमें 2021-2022 बैच के 3159 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई। इस साल के दीक्षांत समारोह में 29 पीएचडी, 5 चांसलर गोल्ड पदक, 76 वाइस चांसलर पदक, 119 सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट, एक एके गड़पायले पदक प्रदान किए गए। इस अवसर पर विज्ञान के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए शारदा विश्वविद्यालय ने परमाणु ऊर्जा विभाग के अध्यक्ष डॉ. कमलेश नीलकंठ व्यास को मानद उपाधि से सम्मानित किया। इसके अलावा बतौर विशिष्ठ अतिथि के रूप में सांसद, गौतमबुद्ध नगर डॉ. महेश शर्मा एवं प्रतिस्टा इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष डॉ. के. वी. एसएस साईराम ने अपने संबोधन से छात्रों को प्रोत्साहित किया।

6th convocation at Sharda University, degrees awarded to 3159 students

शारदा विश्वविद्यालय के चांसलर पी.के. गुप्ता ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि हर छात्र के जीवन में उसके लिए दीक्षांत समारोह का एक अलग ही महत्व होता है। शिक्षक एंव शिक्षा संस्थान के लिए सबसे गर्व की बात होती है जब वहा पढ़ रहा छात्र जीवन में सफलता हासिल करता है। तकनीकी क्षेत्र में रोजाना नई तकनीक आ जाती है जिसके कारण हमें कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए। भारत सरकार में परमाणु ऊर्जा विभाग के अध्यक्ष डॉ. कमलेश नीलकंठ व्यास ने परमाणु ऊर्जा विभाग के बारे में बताते हुए कहा कि आज भारत देश ने भी इस क्षेत्र में काफी सफलता हासिल की है। डॉ. नीलकंठ व्यास ने छात्रों को सलाह देते हुए कहा कि जिस प्रकार तकनीकी क्षेत्र में बदलाव तेजी से होता है उसी प्रकार बदलाव शिक्षा के क्षेत्र में भी देखे जा सकते हैं, इसलिए आप सभी छात्र को सदैव अपडेट रहना चाहिए। नए विचारों को अपनाए और नई सीख के लिए हमेशा तैयार रहे। अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए नए क्षेत्रों में दिलचस्पी बढ़ाए। अपने पाठ्यक्रम के साथ साथ अन्य पाठ्यक्रमों की जानकारी भी रखे। डॉ. व्यास ने यह भी कहा कि आप छात्रों को किसी न किसी प्रकार के खेल या रुचि में भी ध्यान देना चाहिए जिससे आपका शारीरिक स्वास्थ्य एवं मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। अपने माता पिता का सम्मान करे और तभी आप जीवन में सफलता की राह पर आगे बढ़ेगे।

सांसद, गौतम बुद्ध नगर डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि शिक्षा के साथ साथ मूल्यों का भी जीवन में अलग महत्व होता है, इसलिए अपने संस्कार को कभी न भूले। आप भारत को विश्व गुरू के रूप में जाना जाता है, क्योंकि भारत अपनी संस्कृति, संस्कार, परंपरा के साथ जुड़ा है। आप युवा छात्र देश के स्तंभ है और यह आपकी जिम्मेदारी बनती है की देश के विकास में योगदान दे। आज भारत ने विश्व स्तर पर पहचान बनाई है और हमें गर्व है की भारतीयों ने विश्व स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई है। शारदा विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर वाई.के. गुप्ता ने कहा कि शिक्षा एक ऐसा क्षेत्र है जिससे हम देश के विकास में सीधा योगदान देते है। आने वाले समय में विश्व स्तर पर अनेक अवसर प्राप्त होगें और आप छात्र को उन अवसरों का सही लाभ उठाना आना चाहिए। अच्छा छात्र वही होता है जो अवसर का पूरा उपयोग करे और उसे हाथ से जाने न दे। इस मौके पर शारदा विश्वविद्यालय के छात्रगण, शिक्षकगण एंव सभी स्कूलों के डीन सहित अनेक लोग उपस्थि थे।

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