ग्रेटर नोएडा। राजस्थान के गवर्नर कलराज मिश्र ने डॉ. प्रवीण पचौरी को मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर में 1 वर्ष के लिए एक्जिक्यूटिव काउंसिल में गवर्नर नामिनी के रूप में नियुक्त किया गया है। इंजीनियरिंग शिक्षा क्षेत्र में डॉ. प्रवीण पचौरी ने अपनी एक अलग ही पहचान बनाई है। उत्तर प्रदेश के तकनीकी शिक्षण संस्थानों में क्वालिटी एजुकेशन को बढ़ाना उनकी मूल प्राथमिकताओं में शामिल रहा है, जिसका प्रमाण नोएडा इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलॉजी, ग्रेटर नोएडा के निदेशक (परियोजना एवं नियोजन) के रूप में उनका योगदान है जिसने दो दशक के अल्पकाल में ही देश के सर्वोच्च तकनीकी संस्थानों में अपना स्थान बनाया है। तकनीकी शिक्षा में उनके योगदान को देखते हुए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ के कुलपति ने उन्हें विश्वविद्यालय के मैकेनिकल इंजीनीयरिंग के अध्ययन बोर्ड में कुलपति नामित सदस्य तथा स्किल डेव्लपमेंट के लिए चलाये जाने वाले बी वॉक कोर्स के अध्ययन बोर्ड के विशिष्ट आमंत्रित विशेषज्ञ रूप में नियुक्त किया है।
डॉ. पचौरी एनआईईटी ग्रेटर नोएडा की गवर्निंग बॉडी के भी सदस्य हैं। तकनीकी शिक्षा में आउटकम बेस्ड एजुकेशन तथा एक्रिडिटेशन जैसे विषयों पर उन्हे विशेषज्ञता हासिल है और एकेटीयू से संबद्ध चार तकनीकी संस्थानों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। डॉ. पचौरी उद्यमिता प्रोत्साहन के प्रबल समर्थक हैं तथा उत्तर प्रदेश के कई टेक्नॉलॉजी बिज़नस इंक्यूबेटर में फ़ैकल्टी एड्वाइज़र के रूप में अपना बहुमूल्य योगदान दे रहे हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता और तकनीकी विशेषज्ञता को देखते हुये एआईसीटीई ने ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के विकास के लिए आइडिया लैब की स्थापना की ज़िम्मेदारी उन्हें सौंपी है।
डॉ. पचौरी ने भारत सरकार की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं को निष्पादित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। डॉ. पचौरी ने दो दर्जन से अधिक अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस तथा गोष्ठियों में विशेष आमंत्रित तकनीकी विशेषज्ञ के रूप में व्याख्यान दिये हैं, जिसमे ग्रीन मैन्यूफैक्चरिंग, सस्टेनेबल डेव्लपमेंट तथा उद्यमिता उनके प्रमुख विषय रहे हैं। तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता-वर्धन एवं विद्यार्थियों को सफल रोजगार मुहैया कराने के माध्यम से नए भारत के निर्माण की दिशा में प्रतिबद्ध डॉ. पचौरी ने अपने सीने में जो लौ जला रखी है वह सकारात्मक परिणाम सामने ला रही है। डॉ पचौरी के कुशल मार्गदर्शन से अनेकों विद्यार्थी आज अपने सफल उद्यमों का संचालन कर रहे हैं तथा देश विदेश में अपनी पहचान बना रहे हैं।