एनआईईटी में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का हुआ समापन, नवीनतम शोध को युवा वैज्ञानिकों ने किया साझा

Noida Institute of Engineering and Technology (NIET), Greater,एनआईईटी में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का हुआ समापन, नवीनतम शोध को युवा वैज्ञानिकों ने किया साझा

ग्रेटर नोएडा,22 अगस्त। एनआईईटी, ग्रेटर नॉएडा संस्थान में एआईसीटीई भारत सरकार द्वारा प्रायोजित तथा संस्थान के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस का समापन हुआ। कांफ्रेंस में शनिवार को चार तकनीकी सत्र आयोजित किये गए, साथ ही आईआईटी दिल्ली के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. पुलक मोहन पांडेय, एनटीयू सिंगापुर के वैज्ञानिक डॉ. अनीश प्रियदर्शी, ग्रानुटूल्स बेल्जियम के वैज्ञानिक डॉ. नवीन मणि त्रिपाठी तथा पीईएस विश्वविद्यालय बैंगलोर के प्रो. राजेश माथीवानन ने अपनी अपनी नवीनतम रिसर्च के परिणाम युवा वैज्ञानिकों के साथ साझा किये। डॉ. पुलक मोहन पांडेय ने तकनीकी क्षेत्र में इंडस्ट्री 4.0 के अनुरूप आवश्यक योगात्मक विनिर्माण तकनीकी में अपने रिसर्च कार्यों से देश को अवगत कराया और किन क्षेत्रों में अभी बहुत कार्य किया जाना अपेक्षित है इस पर प्रकाश डाला। डॉ. अनीश ने मटेरियल साइंस में विश्व स्तर पर हो रहे तकनीकी विकास से युवा शोधकर्ताओं को परचित कराया देश के तकनीकी विकास में युवा नए पदार्थों की खोज या नए विकसित किये गए पदार्थों के प्रयोग से ऊर्जा क्षेत्र में अपना योगदान दे सकते हैं। डॉ. नवीन मणि त्रिपाठी ने पार्टिकल इंजीनियरिंग के नवीनतम शोध साझा किये। उनकी कंपनी सूक्ष्म पार्टिकल निर्माण में विश्व की अग्रणी कंपनियों में से एक है। डॉ. नवीन ने पाउडर धातुकर्म तकनीकी के प्रयोग के लिए उच्च स्तरीय पाउडर निर्माण में प्रयोग होने वाली ब्लेंडिंग तकनीकी के रिसर्च परिणाम युवा वैज्ञानिकों के साथ साझा किये। डॉ. राजेश ने कम्पोजिट मैटेरियल्स के निर्माण में प्रयोग की जाने वाली नवीनतम तकनीकों पर प्रकाश डाला और इस क्षेत्र में अपने रिसर्च कार्यों से युवा वैज्ञानिकों को परिचित कराया। डॉ. राजेश ने बताया कि ये नए पदार्थ मैकेनिकल इंजीनियर्स के लिए वरदान की तरह हैं ये वजन में हलके लेकिन क्षमता में काफी श्रेष्ठ होते हैं। कांफ्रेंस में वीआईईटी ग्रेटर नोएडा के ग्रुप डायरेक्टर डॉ. वी. आर. मिश्रा, जी बी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज गढ़वाल के डॉ सचिन तेजियान,  बीआईटी मेसरा के प्रो विनय कुमार एवं डॉ प्रवीण मिश्रा, आरईसी सोनभद्र के प्रो अरविन्द कुमार तिवारी, संत लोंगोवाल इंस्टिट्यूट पंजाब के प्रो विवेक कुमार, जी एल बजाज इंस्टिट्यूट ग्रेटर नॉएडा के प्रो आशीष श्रीवास्तव तथा एन आई ई टी के डॉ एस एल वर्मा,  प्रो राकेश कुमार सिंह , पुलकित श्रीवास्तव एवं अनंत अग्रवाल ने सेशन चेयर की भूमिका का निर्वहन किया कांफ्रेंस में 44 शोधकर्ताओं से अपने शोधपत्र प्रस्तुत किये।

कांफ्रेंस के समापन समारोह में संस्थान के कार्यकारी उपाध्यक्ष रमन बत्रा, महानिदेशक प्रवीण सोनेजा, निदेशक डॉ. विनोद एम. कापसे, निदेशक प्रोजेक्ट एंड प्लानिंग डॉ प्रवीण पचौरी, विभागाध्यक्ष  डॉ. चन्दन कुमार  अध्यापकगण तथा देश के कोने-कोने से बहुत से शोधकर्ता ऑनलाइन जुड़े। इस कांफ्रेंस की विशेष उपलब्धि है कि 940 शोधकर्ताओं ने यूट्यूब और फेसबुक के माध्यम से शोध प्रस्तुतियों को देखा।

 

 

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