कोविड-19 के बाद हेल्थ केयर प्रैक्टिस व भविष्य पर प्रभाव पर मेट्रो कॉलेज ऑफ़ हेल्थ साइंसेस एंड रिसर्च में हुई चर्चा

कोविड-19 के बाद हेल्थ केयर प्रैक्टिस व भविष्य पर प्रभाव पर मेट्रो कॉलेज ऑफ़ हेल्थ साइंसेस एंड रिसर्च में हुई चर्चा

ग्रेटर नोएडा,27 अगस्त। मेट्रो कॉलेज ऑफ हेल्थ साइंसेज एंड रिसर्च ग्रेटर नोएडा द्वारा ने “हेल्थ केयर प्रैक्टिसेज और भविष्य के पहलुओं पर कोविड-19 के प्रभाव” पर वेबिनार का आयोजन किया। वेबिनार का उद्देश्य विभिन्न पृष्ठभूमि के 876 लोगों को “हेल्थ केयर प्रैक्टिसेज और फ्यूचर एस्पेक्ट्स पर कोविड-19 के प्रभाव” पर एक आभासी चर्चा में शामिल होने के लिए लाया गया था। डॉ. प्रदीप विसेन, क्लिनिकल रिसर्च साइंटिस्ट और समन्वयक, पोषण विज्ञान विभाग, मेडिसिन संकाय, टोरंटो विश्वविद्यालय, कनाडा, निदेशक (आर एंड डी) और प्रमुख वैज्ञानिक,न्यूट्रावी इंक, कनाडा, डॉ. आलोक मुखर्जी, प्रिंसिपल और प्रोफेसर, यूनाइटेड इंस्टीट्यूट ऑफ फ़ार्मेसी, नैनी, प्रयागराज, डॉ. वरुण जायसवाल असिस्टेंट प्रोफेसर, गचोन यूनिवर्सिटी, से ओंगनामडीरो, दक्षिण कोरिया, डॉ. कनक लता, शिक्षा निदेशक, मेट्रो कॉलेज ऑफ़ हेल्थ साइंसेज एंड रिसर्च वेबिनार के प्रमुख वक्ता थे। जिसका संचालन सागर सहायक प्रोफेसर (एम सीएचएसआर) द्वारा किया गया। डॉ. कनक लता, शिक्षा निदेशक, मेट्रो कॉलेज ऑफ हेल्थ साइंसेज एंड रिसर्च ने अभूतपूर्व चुनौतियों और संकट को संबोधित करते हुए सत्र की शुरुआत की, जिसे कोविड-19 महामारी ने पूरी दुनिया के सामने ला दिया है। उन्होंने इस महामारी में स्वास्थ्य पेशेवरों के महत्व को भी रेखांकित किया। डॉ. वरुण जायसवाल, असिस्टेंट प्रोफेसर, गचोन यूनिवर्सिटी, से ओंगनाम-डायरो, दक्षिण कोरिया ने बताया कि इसी तरह के वायरस दुनिया में पहले भी फैल चुके हैं। उन्होंने भारत में पहले मामले की रिपोर्ट के बाद से भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर भी चर्चा की। अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार के सफल आयोजन में प्रधानाचार्य डॉ. सुरेंद लालवानी ने सभी का हार्दिक आभार व्यक्त किया।

 

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