ग्रेटर नोएडा,24 जनवरी। गलगोटिया विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मूट कोर्ट कंपटिशन का आयोजन किया गया। इस दो दिवसीय प्रतियोगिता में देश भर से 18 विश्वविद्यालय और कॉलेजो के 54 विद्यार्थी शामिल होकर कानूनी, विधि समस्याओं पर बहस करते हुए उनके समाधानों पर अपने विचार रखेंगें। कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि भारतीय सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायधीश दीपक मिश्रा ने दीप प्रज्जवलित करते हुए की। चांसलर सुनिल गलगोटिया और वाइस चांसलर प्रीति बजाज ने मुख्य अतिथि को मोमेंटो भेंट कर स्वागत किया। कम्पटीशन के पहले दिन छात्रों ने इंटलैक्चुअल प्रोपर्टी, बौद्धिक सम्पदा, साबर सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, लॉ ऑफ कॉन्ट्रैक्ट, कॉरपोरेट लॉ और क्रिमिनल लॉ जैसे विषयों के मुद्दों पर जोरदार बहस की।
विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ध्रुव गलगोटिया ने विश्वविद्यालय की शिक्षण प्रणाली और कार्यक्रम की रूप रेखा को बताते हुए कहा कि ऐसी प्रतियोगिताओं के द्वारा विश्वविद्यालय का आशय छात्रों में मुटिंग स्किल को बढावा देने और समग्र व्यक्तित्व विकास में सहायता प्रदान करना हैं। चांसलर सुनिल गलगोटिया ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विधि में छात्रों को सभी प्रकार के स्तरों पर उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्ध रहते हुए अनुसंधान कौशल का समावेश सुनिश्चित करना चाहिए। विशिष्ट अतिथि अराधना गलगोटिया ने प्रतिभागियों को मूट कोर्ट की कानूनी संस्थानों में महत्व और मूट कोर्ट सोसाइटी की यात्रा के बारे में बताया। अंत में मुख्य अथिति दीपक मिश्रा ने विश्वविद्यालय और स्कूल ऑफ लॉ को बधाई देते हुए अपने कुशल शब्दों और अनुभव के द्वारा छात्रों का मार्गदर्शन किया। इस दौरान छात्रों के द्वारा पूछे गये सवालों का बड़ी आत्मीयता के साथ उत्तर देकर उनका ज्ञानवर्धन किया। स्कूल ऑफ लॉ के डीन और प्रो. वाइस चांसलर डॉ. तबरेज अहमद ने मुख्य अतिथि और आये हुए अन्य सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रो. वाइस चांसलर डॉ. प्रदीप कुमार और स्कूल ऑफ लॉ के सभी अध्यापक मौजूद रहे।