ग्रेटर नोएडा। गौतमबुध विश्वविद्यालय में कारपोरेट रिलेशन सेल और स्कूल ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी द्वारा उद्योग गतिशीलता में जैव उद्यमशीलता और जैव इनक्यूबेटर की भूमिका पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान के मुख्य वक्ता गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के भूतपूर्व छात्र सुधांशु शेखर, प्रबंधक व्यवसाय विकास, BioNEST बायो इनक्यूबेटर, रीजनल सेंटर ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी (RCB), ने छात्रों को बायो टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंट काउंसिल (BIRAC) की विभिन्न योजनाओं जैसे स्मॉल बिजनेस इन्नोवेशन रिसर्च (SBIRI) के माध्यम से बायोटेक्नोलॉजी इग्निशन ग्रांट (BIG) के शोधकर्ताओं को नवीन स्टार्टअप के लिए 30 लाख तक की वित्तीय सहायता तथा बायोटेक्नोलॉजी इग्निशन ग्रांट BIG फंडिंग के लिए शोधकर्ताओं को एक स्टार्ट अप, एवम् सूक्ष्म उद्योग इन्नोवेशन रिसर्च (SBIRI), बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री पार्टनरशिप प्रोग्राम (BIPP), PACE और BIRAC-SRISTI के बीच विशेष रूप से विश्वविद्यालय / कॉलेज स्तर पर छात्रों को जमीनी स्तर के नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने छात्रों को अवगत कराया कि उपरोक्त सभी कार्यक्रमों का विवरण छात्र https://birac.nic.in पर भी देख सकते हैं। यह व्याख्यान (IDEA) आइडिया इग्नाइट एंड डेवलपमेंट एंटरप्रेन्योरल एप्टिट्यूड योजना के तहत आयोजित किया गया। शेखर ने छात्रों को प्रेरित करने के लिए कई सफलता की कहानियां साझा करते हुए कहा कि “एक विचार की व्यवहार्यता और आगे बढ़ने की लगन सफलता के लिए वास्तविक तत्व हैं” इसके साथ छात्रों को बताया कि कैसे छात्र द्वारा विचारों को एक उद्यमशीलता उद्यम में प्रयोग किया जा सकता है जो समाज तथा देश के विकास में सहायक सिद्ध हो एवम् जिसे आगे विभिन्न योजनाओं के तहत वित्तीय सहायता के लिए प्रस्तुत किया जा सकता है यह उल्लेखनीय है कि छात्रों के विचारों और संभावनाओं को देखते हुए जीबीयू में इनक्यूबेशन सेंटर के स्थापना स्कूल ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी में की जा सकती है जो छात्रों के विचारों को आशाजनक व्यवसाय में परिवर्तित करने और शीघ्रता से मार्ग प्रशस्त करने में सहायक हो।