डबल मर्डर मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर धरने पर बैठे परिजन

एसपी देहात व सीओ जेवर के आश्वासन पर शांत हुए ग्रामीण,पुलिस व पीएसी बल की मौजूदगी में हुआ अंतिम संस्कार

ग्रेनो/रबूपुरा। कोतवाली क्षेत्र में शुक्रवार शाम गोली मारकर दो युवकों की हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। समूचे गांव में शोक की लहर दौड़ रही है तो उधर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। तनावपूर्ण माहौल के चलते गांव में भारी संख्या में पुलिस व पीएसी बल तैनात किया गया है। शनिवार को शव गांव पहंुचने के बाद परिजन आरोपियों की गिरफतारी के बाद ही अंतिम संस्कार करने एवं कोतवाली प्रभारी को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गये। लोगों के बीच पहुंचे एसपी देहात रणविजय सिंह व सीओ जेवर शरद चंद्र शर्मा ने पीड़ित परिवार को सांत्वना दी तथा अतिशीघ्र गिरफतारी का आश्वासन देकर मामला शांत कराया। जिसके बाद भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शवों का दाह संस्कार किया गया। गौरतलब है कि शुक्रवार शाम क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी गजेन्द्र व आकाश पुत्र गिर्राज अपने कुछ साथियों के साथ जैसे ही अपने घर के करीब पहुंचे तभी कुछ लोगों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें गजेन्द्र, आकाश, जीतू, राहुल व सुनील गोली लगने से घायल हो गये। आनन-फानन में घायलों को ग्रेनो के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डाक्टरों ने गजेन्द्र व आकाश का मृत घोषित कर दिया तथा गम्भीर स्थिति के कारण जीतू को दिल्ली रेफर कर दिया था। पुलिस ने मृतकों के पिता गिर्राज ही शिकायत पर मूला, सुन्दर, भूपन, नरेन्द्र, सतीश, राकेश, धमेन्द्र व किरनपाल के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। सवालों के घेरे में पुलिस की कार्यप्रणालीः- यूं तो दोनों पक्षों के बीच पिछले काफी समय से विवाद चल रहा है। जिसमें कई बार समझौते का प्रयास भी किया गया था। लेकिन दोनों के बीच बीते करीब डेढ़ माह के अंदर कई बार झगड़े व हमले का मामला सामने आ चुका था। जिसकी हर बार पुलिस से शिकायत की गई। लेकिन हर बार पीड़ित को आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला। आरोप है कि पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने से आरोपियों के हौंसले बुलंद हो गये और उन्होंने इस दर्दनाक वारदात को अंजाम दे दिया। अगर पुलिस समय रहते कार्यवाही करती तो शायद इतनी बड़ी घटना होने से बच जाती है। धरने में मारपीट के बाद बढ़ा था विवादः- करीब एक वर्ष पूर्व क्षेत्र स्थित निमार्णधीन साइड़ पर मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर बैठे किसानों के साथ बिल्ड़र के कर्मचारियों द्वारा मारपीट करने के बाद से दोनों पक्षों में विवाद बढ़ता चला गया। लोगों के मुताबिक 2 सितम्बर 18 को रामपुर बांगर के समीप निमार्णधीन गौर सिटी में कई गांव के सैकड़ों किसानों ने अतिरिक्त मुआबजे की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया था। इसी दौरान बिल्ड़र के गुर्गों द्वारा किसानों के साथ मारपीट की गई थी तथा फायरिंग का आरोप था। घटना में सुंदर, राहुल, करनवीर, जुगेन्द्र समेत दर्जन से अधिक किसान घायल हो गये थे। मामले में मृतक पक्ष के लोगों पर वारदात में शामिल होने का आरोप लगाया गया था।

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