दुनिया में प्रेम, शांति, एकता और भाईचारे का संदेश लेकर आता है क्रिसमस-फादर एल्विन पिन्टो

दुनिया में प्रेम, शांति, एकता और भाईचारे का संदेश लेकर आता है क्रिसमस-फादर एल्विन पिन्टो

-बाजार में सजावटी सामान को खरीदने की लोगों में लगी होड़, बच्चों में उत्साह
ग्रेटर नोएडा,21 दिसम्बर।क्रिसमस या बड़ा दिन ईसा मसीह या यीशु के जन्म की खुशी में मनाया जाने वाला पर्व है। क्रिसमस से 12 दिन के उत्सव क्रिसमसटाइड की भी शुरुआत होती है। क्रिश्चियन समुदाय के लोग हर साल 25 दिसंबर के दिन क्रिसमस का त्योहार मनाते हैं। यह ईसाइयों का सबसे बड़ा त्योहार है। इसी दिन प्रभु ईसा मसीह या जीसस क्राइस्ट का जन्म हुआ था। क्रिसम को मनाने के लिए ग्रेटर नोएडा शहर के बाजारों में तैयारी चल रही है, बाजारों में रौनक भी बढ़ गयी है। लोग घरों को सजाने के लिए सामग्री,सेन्टाक्लाज बच्चों को तोहफे बांटना, नए कपड़े खरीदने के साथ क्रिसमस केक की मांग सबसे अधिक होते है तो बच्चों को उपहार की। फादर एल्विन पिन्टो, प्रधानाचार्य सेन्ट जोसेफ स्कूल ने बताया कि क्रिस्ट जयंती ईसाईयों का पर्व है जो कि प्रभु येशु का जन्म दिवस के रुप में पूरी दुनिया में कोने-कोने में मनाया जाता है। यह पर्व मावन जाति के प्रति ईश्वरीय प्रेम को याद दिलाता है। ईश्वर इस संसार को इतना प्यार करते हैं कि वह खुद मनुष्य बनकर मनुष्यों के बीच निवास करने तथा उन्हें हर बुराई दुख तकलीफों से छुटकारा दिलवाने के लिए अवतार लेकर बेतलेएम के एक गौशाले में मरियम और युसुफ के एकलौते पुत्र बनकर जन्म लेते हैं।
दुनिया में प्रेम, शांति, एकता और भाईचारे का संदेश लेकर आता है क्रिसमस-फादर एल्विन पिन्टो
फादर ने बताया क्रिसमस न केवल ईसाई बल्कि सभी धर्मावलम्बियों के लोग बहुत हर्ष और उल्लास के साथ मनाते हैं, क्योंकि यह पर्व प्रेम, शांति, एकता और भाईचारे का संदेश लेकर हर वर्ष आता है। आज भी प्रभु अलग-अलग रुप धारण कर मनुष्यों के बीच रहने आ जाते हैं, उन्हें पहचानने की जरुरत है। स्वार्थ और सांसारिक भोग विलास ने मनुष्य को अंधा बना दिया है। कोरोना महामारी के इस दौर में क्रिसमस का असली मतलब तब समझेंगे जब हम गरीब,लाचार और निर्धन लोगों की मदद करते हैं तथा शांति और प्रेम का सुगन्ध चारों ओर फैलाते हुए इस धरती को एक सुन्दर जीने लायक बनाते हैं।

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