ग्रेटर नोएडा,28 जुलाई। मंगलमय इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी ग्रेटर नोएडा ने श्री सत्य साई सेवा संगठन के सहयोग से 24 जुलाई 2020 को दो साप्ताहिक राष्ट्रीय स्तर की एक एमडीपी वेबिनार श्रृंखला ”लाइफ इज ए गेम, प्ले इट” का आयोजन किया। इस दो साप्ताहिक राष्ट्रीय वेबनार कार्यक्रम के दूसरे भाग 28 जुलाई को चर्चा के लिए चुना गया मॉड्यूल ‘नेतृत्व’ (लीडरशिप) है। इस श्रंखला का उद्देश्य आज के व्यापर जगत की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए किया गया, जिसमें लीडरशिप क्वालिटी पर विवेचना की जाएगी। मंगलमय संस्थान ने विभिन्न ओद्योगिक विशेषज्ञों, छात्रों व शिक्षकों के लिए एक अनूठा मंच प्रदान किया है इसमें देश के सभी हिस्सों से दो सौ सत्तर पंजीकृत प्रतिभागियों ने भाग ले रहे हैं। यह आयोजन एक इंटरएक्टिव और आत्मनिरीक्षण सत्रों की एक श्रृंखला है, जिसका उद्देश्य मजबूत, आत्मविश्वास से भरे युवा उद्यमी वर्ग का निर्माण करना है।
मंगलमय ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन अतुल मंगल और सीओओ आयुष मंगल ने कैंडल जलाकर वेबिनार का उद्घाटन किया। वेबिनार की औपचारिक शुरुआत संस्थान के वाइस चेयरमैन अनुज मंगल के उद्बोधन के साथ हुई जिसके बाद प्रबंधन संकाय के डायरेक्टर डॉ. तुषार कांति ने सत्र के लिए मुख्य वक्ता को सादर आमंत्रित किया। मंगलवार के विचार-विमर्श में मुख्य वक्ता मुख्या वक्ता के रूप में मेजर सुचित शर्मा, सुभाश्री और राजेश चौबे ने भाग लिया। कार्यक्रम में शामिल वक्ता मेजर सुचित शर्मा ने टीम लीडरशिप व उसके विभिन्न आयामों को विस्तार से समझाया, अच्छा लीडरशिप से तात्पर्य आत्मविश्वास, ईमानदारी, प्रतिबद्धता, अखंडता, धैर्य, पारदर्शिता, रचनात्मकता, सकारात्मक दृष्टिकोण को व्यक्त करने की क्षमता और प्रभावी रूप से संवाद करने की क्षमता सहित कई गुणों को अपने अन्दर समाए रखने से है। सुभाश्री राजेश चौबे ने चर्चा में शामिल प्रतिनिधियों को समझाया की सकारात्मक दृष्टिकोण, आत्मविश्वास, जीवन कौशल वो गुण हैं जो उन्हें अपने रोजमर्रा के जीवन की चुनौतियों से उबरने के लिए सशक्त बनाता है और साथ ही साथ अपने जीवन में एक ऊंचा उद्देश्य खोजने के लिए प्रोत्साहित करता है। विचार-विमर्श में सभी छात्रों व शिक्षकों ने वेबिनार में सक्रिय रूप से भाग लिया ध्यान पूर्वक सुना तथा सभी बारिकियो को भी भली भांति समझा। अंत में वेबिनार कार्यक्रम की समन्वयक संचालिका डॉ. अंशु गोयल के द्वारा वोट ऑफ थैंक्स के साथ आज की श्रंखला को समाप्त किया गया।