-भारत में लगभग 74.9 प्रतिशत पुरुष तथा 20.3 प्रतिशत महिलाएं धूम्रपान का करती हैं सेवन
ग्रेटर नोएडा,31 मई। आईटीएस डेन्टल कॉलेज की पूर्व छात्रा एवं रिजनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, इंफाल के पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री विभाग की असिस्टेन्ट प्रोफेसर डॉ. सुमेधा कुशवाहा ने विश्व तम्बाकू दिवस के अवसर पर लोगों को तम्बाकू की लत से छुटकारा पाने के तरीकों पर ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया, जिसमें संस्थान के लगभग 70 शिक्षकों एवं 200 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। डॉ. कुशवाहा ने बताया कि तम्बाकू व धूम्रपान के सेवन से होने वाली बीमारियों जैसे कैंसर, दमा, रक्तचाप और नपुंसकता आदि के जानकारी के अभाव में भारत वर्ष में प्रति वर्ष लाखों की मौत हो जाती है। तम्बाकू एवं नशे की लत अधिकतर किशोरावस्था में ही लगती है, यदि इसी समय लोगों को इससे होने वाले नुकसान के बारे में सही जानकारी प्रदान कर दी जाय तो उनको इस लत से बचाया जा सकता है। डॉ. कुशवाहा ने बताया कि तम्बाकू व धूम्रपान के सेवन से भारत देश में लगभग 74.9 प्रतिशत पुरुष तथा 20.3 प्रतिशत महिलाएं धूम्रपान का सेवन करती हैं। डॉ. कुशवाहा ने अपने सम्बोधन में कहा कि धूम्रपान से होने वाली बीमारी मुख्यतः मुख कैंसर के रोकथाम में दांतों के डाक्टरों की भूमिका बड़ी अहम होती है, क्योंकि ज्यादातर मरीज दांतों के इलाज हेतु जब डेन्टिस्ट के पास जाते हैं तो वे मरीज के मुख का प्राथमिक निरीक्षण करते हैं। इसकी जानकारी सही समय पर मरीजों को देते हुए उनको सम्बंधित विशेषज्ञ के पास भेजकर सही समय पर इलाज कराने की सलाह देकर उनकी जान बचाई जा सकती है। इस सम्बन्ध में संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ. सचित आनन्द अरोरा ने कहा कि दंत चिकित्सक होने के कारण हम सभी की ये नैतिक जिम्मेदारी होती है कि संस्थान में इलाज हेतु आए हुए मरीजों द्वारा यदि धूम्रपान या तम्बाकू का सेवन किया जा रहा हो तो भविष्य में इससे होने वाले नुकसान के बारे में अवगत कराए तथा धूम्रपान छोड़ने हेतु उन्हें प्रेरित करें। संस्थान के वाइस चेयरमैन सोहिल चड्ढा और सचिव बी.के. अरोड़ा ने संस्थान के विद्यार्थियों और शिक्षकों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हे कहा कि आईटीएस परिवार हमेशा से ही गरीब मरीजों व समाज के हितों के लिए प्रयास करता रहा है और भविष्य मे भी आगे बढ़कर करता रहेगा।