शारदा ग्रुप ने मनाया सिल्वर जुलबी, चांसलर ने स्वास्थ्य व शिक्षा सुविधाओं की घोषणा की

शारदा ग्रुप ने मनाया सिल्वर जुलबी, चांसलर ने स्वास्थ्य व शिक्षा सुविधाओं की घोषणा की

ग्रेटर नोएडा,16 दिसम्बर। शारदा विश्वविद्याल में बुधवार को शारदा ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन के सिलवर जुबली कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान विवि के चांसलर पी.के. गुप्ता ने ग्रामीण क्षेत्रों में मेमोग्राफी टेस्टिंग वैन चलाने का ऐलान किया। इसके अलावा उन्होंने ओपीडी के मरीजों की अधिकांश जांचों में 50 प्रतिशत छूट देने की बात कही। उन्होंने कहा कि संस्थान के 25 वर्ष पूरे होने पर हम न केवल शिक्षण के क्षेत्र में नए आयाम प्राप्त करेंगे बल्कि स्वस्थ समाज के निर्माण में भी अपनी भूमिका निभाएंगे। 25वें स्थापना दिवस पर विवि के चांसलर पी. के. गुप्ता, प्रो. चांसलर वाई. के. गुप्ता, वीसी सिबाराम खारा और अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। कोरोना महामारी को देखते हुए चुनिंदा लोगों को ही आमंत्रित किया गया। आनंद स्वरूप ऑडिटोरियम में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठने की व्यवस्था की गई थी। इस मौके पर कुलाधिपति पी.के. गुप्ता ने कहा कि आजकल देखने में आ रहा है कि ब्रेस्ट कैंसर एक आम बीमारी होती जा रही है। जानकारी के अभाव और इलाज कराने में लापरवाही की वजह से यह जानलेवा साबित हो सकती है। ऐसे हमने फैसला किया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से मेमोग्राफी जांच वैन भेजी जाएंगी, ताकि समय रहते इसकी जांच हो सके। इसके लिए क्षेत्र के तीनों विधायकों के अलावा गांवों के सरपंच, मुखिया, जनप्रतिनिधियों के अलावा मौजिज लोगों से संपर्क किया जाएगा। गांवों को चिहिनत करने के बाद टीमें वहां भेजी जाएंगी। इसके अलावा गांवों में जाकर मेडिकल टीम लोगों का उपचार करेगी, जिनमें गंभीर लक्षण पाए जाएंगे उनका अस्पताल लाकर इलाज किया जाएगा। उन्होंने ओपीडी के मरीजों की जांचों में 50 प्रतिशत छूट देने की बात कही।
मेधावी छात्रों के लिए भी उन्होंने कई तरह का ऐलान किया। इसमें उन्होंने कहा कि यूजीसी के तहत संचालित कोर्सों में मेधावी और गरीब बच्चों को 10 करोड़ की स्कॉलरशिप दी जाएगी। इसके अलावा सेना, पैरा मिलिटी और वीरांगनाओं के बच्चों को फीस में रियायत दी जाएगी, ताकि धन के अभाव में उनका सपना अधूरा न रहे। हमलोगों ने पूरे साल कई तरह के प्रोग्राम करने का फैसला लिया है। इसमें इंटरनेशनल लेवल के सेमिनार समेत कई प्रोग्राम शामिल है।
इस अवसर पर प्रो. चांसलर वाई. के. गुप्ता ने कहा कि हमलोग कम्युनिटी कनेक्ट के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा और मेडिकल की सुविधाएं देंगे। हमारी शिक्षा और स्वास्थ्य से जुडी विशेष टीमें गांव गांव जाकर लोगों से संपर्क कर उन्हें जागरूक करेगी। स्कूल ऑफ एजुकेशन विभाग की टीमें होनहार छात्रों को ग्रूम करेंगी और उचित अवसर दिलाने में सहायता करेंगी। लॉ डिपार्टमेंट के छात्र गांवों में विधिक शिविर लगाकर कानून संबंधी जानकारी देंगे। इससे लोगों को यह फायदा होगा कि डोर स्टेप पर ही उन्हें कानून संबंधी जानकारी मिल सकेगी। छात्राओं में खेलकूद की रूचि बढ़ाने के उदृदेश्य से एडमिशन से लेकर पढाई तक में उन्हें मौका दिया जाएगा। इससे गल्र्स में खेल के प्रति रूझान बढेगा, इससे नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर उनकी पहचान बन सकेगी। उन्होंने बताया कि 1995 में जब शारदा शिक्षण सूमह की स्थापना हुई थी उस समय केवल पांच लोगों से शुरूआत हुई थी। आज हमें खुशी है कि हमारा परिवार 5000 लोगों का है। इसे बढाने में स्टाफ ने दिनरात मेहनत की। इसी का परिणाम है कि मथुरा से शुरू हुआ आंनद इंजीनियरिंग कॉलेज का सफर उज्बेकिस्तान तक जा पहुंचा है।
शारदा विश्वविद्यालय के कुलपति सिबाराम खारा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में शिक्षा का इतिहास बहुत पुराना है। नालंदा से लेकर विक्रमशिला तक ने अपने गुणवत्ता से भारत का नाम पूरा विश्व में ऊंचा किया है। आज के समय में वही जरुरत है कि देश के विश्वविद्यालय शोध पर धयान दें नहीं तो हम विश्व के अन्य देशों से बहुत पिछड़ जाएंगे। शारदा शिक्षण ग्रुप में 20 हजार से ज्यादा वहीं, शारदा यूनिवर्सिटी में 12 हजार से ज्यादा स्टूडेंट पढाई कर रहे हैं। इसमें करीब 56 देशों के स्टूडेंट्स भी शामिल हैं। यूनिवर्सिटी में अस्पताल भी है। यहां निशुल्क ओपीडी की सेवा भी उपलब्ध है। स्टूडेंट्स को विदेशों में प़ढ़ाई करने के लिए न जाना पड़े इसको ध्यान में रखकर यहां इंटरनैशनल लेवल की हर सुविधा की व्यवस्था की गई है।

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