श्रीमद्भागवत कथा में भजनों पर झूम उठे श्रोतागण

श्रीमद्भागवत कथा में भजनों पर झूम उठे श्रोतागण

पलवल/हरियाणा। श्रीमद्भागवत कथा के पाँचवे दिन परम पूज्य संत श्री धर्मेन्द्र गिरधर महाराज ने बताया कि मनुष्य को अपना लोक और परलोक सुधारने के लिये संसार की माया से बचने के लिये केवल एक ही रास्ता है। जीव को पूर्ण रूप से ईश्वर की शरणागति हो जाना चाहिये। जीवन में संयम और नियम के साथ भगवान की भक्ति करने से जीव का कल्याण होता है।और श्रीमद्भागवत कथा मनुष्य के उद्धार का रास्ता बताती। भगवान की कथा पतित पावनी और सभी संशयों को दूर करने वाली है। वो अमृत के घडे के समान है। वो कल्पवृक्ष के समान है उसके श्रवन करने से जीवमात्र का कल्याण अवश्य ही होता है।
श्रीमद्भागवत कथा में भजनों पर झूम उठे श्रोतागण
कथा में रूक्मणि विवाह उत्सव बडे ही धूमधाम से मनाया गया। “लाडली अद्भुत नजारा तेरे बरसाने में है” जब ये भजन व्यास पीठ से गाया गया तो श्रोताओं ने भी खूब नृत्य किया। उत्तर प्रदेश हापुड की रहने वाली “आस्था फैम चैनल” की प्रसिद्ध गायिगा बहन कंचन तिवारी व्यास गद्दी का आशिर्वाद लेने और अपनी हाज़िरी लगाने कथा में पहुँची। उन्होंने भजन संध्या के कार्यक्रम में समा बाँधते हुए श्रोताओं को खूब नचाया। उनके भजनों से राम भक्ति और कृष्ण भक्ति की अविरल धारा निरन्तर बहती रही।और श्रोता मंत्रमुग्ध होकर तालियाँ बजाते रहे और नाचते रहे। कथा में सुरेश चंद शर्मा और भाजपा ग्रेटर नौएडा मण्डल के मीडिया प्रभारी भगवत प्रशाद शर्मा भी अपनी हाज़िरी लगाने पहुँचे और भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया।

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