AIMT में “उद्यमिता और बौद्धिक संपदा अधिकार” विषय पर 5 वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ आयोजन

AIMT में “उद्यमिता और बौद्धिक संपदा अधिकार” विषय पर 5 वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ आयोजन

ग्रेटर नोएडा। आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा में 5 वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन “उद्यमिता और बौद्धिक संपदा अधिकार” विषय पर आयोजित किया गया। सम्मलेन में वर्तमान समय में बौद्धिक संपदा अधिकारों के संबंध में चर्चा की गयी। मेजर जनरल आलोक कक्कड़, सीओएस दिल्ली क्षेत्र और अध्यक्ष-एआईएमटी ने ज़ोर डालते हुए कहा कि भारत को उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए बुनियादी ढांचे पर काम करने की जरूरत है। जल शक्ति के मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने भारत की युवा पीठ को उद्यमिता के रास्ते पर शुद्ध जोश के साथ अग्रसार होने की सलाह दी। एयर कमोडोर (डॉ.) जे.के. साहू, निदेशक-एआईएमटी ने कहा जब उद्यमी अपने बौद्धिक संपदा अधिकारों का उपयोग करते हैं, तो उन्हें बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्राप्त होगा। अंतर्राष्ट्रीय परिवेश में एच.ई. रूबेन गौसी, उच्चायुक्त-माल्टा गणराज्य ने भारत में बढ़ते उद्यमिता के रूझान की सराहना  की। सम्मेलन में कॉरपोरेट जगत की जानी-मानी हस्तियां जैसे डॉ. एस. पी. मिश्रा, पूर्व निदेशक, नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एंटरप्रेन्योरशिप एंड स्मॉल बिजनेस डेवलपमेंट, वादिम कोटेलनिकोव, संस्थापक और वैश्विक समन्वयक, INNOMPICS,सलाहकार-संयुक्त राष्ट्र, अतुल बिहारी भटनागर, निदेशक, बोर्ड सदस्य-सनमोक्ष; सुश्री गुंजन पहाड़िया, मैनेजिंग पार्टनर- ZeusIP एडवोकेट्स LLP ने उद्यमिता पर अपने विचार व्यक्त किये।

Army Institute of Management and Technology

शोधपत्रों को तीन तकनीकी सत्रों में विभाजित किया गया। प्रत्येक ट्रैक शिक्षा जगत के मेधावी दिगज्जो ने मॉडरेट किया ।पहले सत्र में उद्यमिता को बढ़ावा देने में विकास, रचनात्मकता तथा चुनौतियों की भूमिका पर चर्चा की गयी। दूसरे सत्र में आईपीआर निर्माण, आईपीआर जारी करने के लिए सुधार में सरकार की पहल के बारे में और तीसरे तकनीकी सत्र में उद्यमिता के अवसर और चुनौतियां, वैश्विक रुझान, स्पिन-ऑफ प्रक्रियाएं, नैतिक और कानूनी मुद्दे, उद्यमी समुदायों का विकास और उभरती प्रौद्योगिकियों में आईपीआरएस की भूमिका पर चर्चा की गयी।

अंत में प्रो. रिहान खान सूरी, प्रो. वाइस चांसलर- दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप विश्वविद्यालय, रजनीश सिंह, सिंपली एचआर, अरुण कर, संस्थापक और कार्यकारी निदेशक- Xpertnest (यूके) और गौरव वाधवा, संस्थापक- GAMOOZ (यूके) ने अपने वक्तव्य में इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स की अहमियत पर ज़ोर देते हुए कहा कि भविष्य में  अद्वितीय विचार ही प्रगति क मार्ग प्रदर्शित करेंगे।

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