नई शिक्षा नीति प्रभावी करने वाली पहली यूनिवर्सिटी बना गलगोटियाज

नईदिल्ली/ग्रेटर नोएडा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉण् रमेश पोखरियाल ष्निशंकष्ने ग्रेटर नोएडा स्थित गलगोटियाज विश्वविद्यालय द्वारा नई शिक्षा नीति को शत्.प्रतिशत लागू करने के निश्चय को एक क्रांतिकारी कदम बताया। विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एक वेब सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए डॉण् निशंक ने विश्वविद्यालय के चांसलर सुनील गलगोटिया को शिक्षा मंत्रालय द्वारा विश्वविद्यालय को पूरा सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया। माननीय शिक्षा मंत्री जी ने नई शिक्षा नीति के अनेक महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर सभी का मार्ग दर्शन किया तथा नई शिक्षा नीति के माध्यम से भारत को एक बार फिर से ष्विश्व गुरुष्बनाए जाने की बात कही। माननीय शिक्षा मंत्री जी ने नई शिक्षा नीति को लागू करने में की गयी पहल के लिए विश्वविद्यालय के चांसलर श्री सुनील गलगोटिया, सी0ई0ओ0 श्री ध्रुव गलगोटिया, कुमारी अराधना गलगोटिया एवं कुलपति डा0 प्रीति बजाज को बधाई दी माननीय शिक्षा मंत्री ने विश्वविद्यालय के कुलपति एवं, शिक्षकों को उनके अथक प्रयास के लिए सराहना की।

शिक्षा मंत्री डॉण् रमेश पोखरियाल ष्निशंक, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष डॉण् डीपी सिंहए एआईसीटीई के चेयरमैन डॉण् अनिल सहस्त्रबुद्धिए नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रिडेशन ;एनबीएद्ध के डायरेक्टर डॉण् के0 के0 अग्रवाल, डा0 वी0 रामगोपाल राव, डायरेक्टर, आई0आई0टी0 दिल्ली, डा0 अनिल कुमार नासा, मेंबर सेक्रेटरी, (एन0बी0ए0) व अन्य शिक्षाविदों की वर्चुअल उपस्थिति में विश्वविद्यालय के चांसलर, श्री सुनील गलगोटिया ने कहा कि विश्वविद्यालय ष्यथासंभव.अतिशीघ्र नई शिक्षा नीति लागू करने का संकल्प ले चुका है। उन्होंने इसके पहले चरण का खुलासा करते हुए इसे ष्बारह कदम . बारह लक्ष्यष्का नाम दिया। 1. नई शिक्षा नीति मं प्रस्तावित संस्थागत पुनर्गठन और समेकन 2. दूरस्त शिक्षा एवं आॅनलाइन कोर्स प्रणाली 3. नई शिक्षा नीति के अंतर्गत समग्र और बहुविषयक शिक्षा 4. नई शिक्षा नीति के अनुरूप भारतीय शिक्षा के विश्वस्तरीय प्रचार-प्रसार 5. नई नीति के अनुरूप गलगोटियाज विश्वविद्यालय में पढ़ रहें अंतराष्ट्रीय छात्रों के लिए गलगोटियाज स्टूडेंट्स आफिस की स्थापना 6. छात्र गतिविधि एवं भागीदारी 7. नई श्क्षिा नीति के अनुरूप अपने विश्वविद्यालय के शिक्षकों 8.गलगोटिया विश्वविद्यालय पर विशेष ध्यान देने का संकल्प 9. विशेष प्रोत्साहन देने के लक्ष्य की प्राप्ति 10. व्यसावसायिक शिक्षा समग्र शिक्षा का एक बेहद जरूरी हिस्सा है 11. प्रौढ़ शिक्षा पर नई शिक्षा नीति के दिशा-निर्देश तत्व 12. नई शिक्षा नीति की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। माननीय शिक्षा मंत्री, विश्वद्यिालय अनुदान आयोग के चेयरमैन एवं अन्य शिक्षाविदों ने गलगोटियाज विश्वविद्यालय को रोल माॅडल मानते हुए अन्य विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों को सभी बारह कदम को अपनाने का आग्रह किया।

उन्होंने समस्त शिक्षक समाज की तरफ से इस नीति को लागू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी विजन की सराहना करते हुए उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। विश्वविद्यालय के सीईओ ध्रुव गलगोटिया ने पूरी योजना को विस्तार से प्रस्तुत करते हुए नई शिक्षा नीति के अनुरूप कला एवं संस्कृति पर विशेष फोकस बनाए रखने के लिए ष्अटल बिहारी वाजपेयी सेंटर फॉर आर्ट एंड कल्चर स्थापित करनेए विश्वविद्यालय में व्च्म्छ क्प्ैज्।छब्म् स्म्।त्छप्छळ ।छक् व्छस्प्छम् च्त्व्ळत्।डडम्ै शुरू करनेए चार वर्ष का अंडर ग्रेजुएट कोर्स शुरू करनेए ष्एक भारत . श्रेष्ठ भारतष्के लक्ष्य की दिशा में कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों के लिए ष्दीनदयाल उपाध्याय उच्चतर गुणवत्ता केंद्र खोलने की भी घोषणा की। प्रौढ़ शिक्षा का प्रसार करने के लिए नई शिक्षा नीति अनुसार दो प्रौढ़ शिक्षा केंद्र खोलने की योजना का खुलासा करते हुए ध्रुव गलगोटिया ने इनमें से एक केंद्र शिक्षा मंत्री डॉण् निशंक के गृह प्रदेश उत्तराखण्ड में स्थापित करने का ऐलान किया। इस केंद्र का नाम ष्वीरचंद्र सिंह गढ़वाली प्रौढ़ शिक्षा केंद्रष्होगा। धु्रव गलगोटिया के अनुसार उच्च स्तरीय रिसर्च वर्क के लिए गलगोटियाज विश्वविद्यालय ष्गलगोटियाज विवेकानंद रिसर्च सेंटरष्की स्थापना करेगा जिसका लक्ष्य विश्वविद्यालय में प्रमाणिक रिसर्च पर कार्य करना होगा।

विश्वविद्यालय के चांसलर, श्री सुनील गलगोटिया ने इस नई शिक्षा नीति को शत-प्रतिशत करने के लिए श्ळ।स्ळव्ज्प्।ै ळम्छम्त्।स् म्क्न्ब्।ज्प्व्छ ब्व्न्छब्प्स्श् बनाने की जानकारी दी। इस काउंसिल में देश.विदेश के श्रेष्ठ शिक्षाविद् शामिल होंगे और इसका लक्ष्य विश्वविद्यालय में इस नीति का कार्यान्वयन जल्द से जल्द करना होगा।

के.के. अग्रवाल, अध्यक्ष, नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रिडिटेशन (एनबीए) ने कहा कि एनईपी भारत में शिक्षा प्रणाली में एक क्रांति लाएगा क्योंकि यह शिक्षा के सभी पहलुओं को 3 साल से लेकर जीवन समय तक कवर करता है।

एआईसीटीई के अध्यक्ष डॉ। अनिल सहस्रबुद्धे ने कहा कि एआईसीटीई ने एटीएएल कार्यक्रम के तहत लगभग 900 से अधिक कार्यशालाएं आयोजित की हैं और 1 लाख पंद्रह हजार से अधिक को प्रशिक्षित किया है। उन्होंने एक छत के नीचे सभी आढ़तियों को लाने के गलगोटियास विश्वविद्यालय के काम की सराहना की।

डॉ। डी.पी. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष सिंह ने कहा कि अन्य सभी शिक्षा संस्थानों को आगे आना चाहिए और एनईपी 2020 को लागू करने के लिए कदम उठाने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि एनईपी वोकल के बारे में स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय पहलुओं पर भी बात करता है।

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