-कोरोना काल में जिन बच्चों के माता-पिता का देहांत हो गया है उनकी परवरिश करेगा आईआईएमटी समूह
-देश भर से 100 बच्चों को निःशुल्क शिक्षा, आवास, और चिकित्सा की जिम्मेदारी उठाएगा समूह
-पिछले काफी दिनों से कोरोना पीडित परिवारों को निःशुल्क भोजन भी दिया जा रहा है
ग्रेटर नोएडा। कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में आकर जान गँवाने वालों में बहुत-से लोग 30 और 40 की उम्र वाले हैं। जिनमें से कई के छोटे-छोटे बच्चे थे. किसी ने अपने माँ-बाप में से एक को खोया और किसी ने दोनों को। कुछ ने अपनी आँखों के सामने अपने माँ-बाप को जाते देखा। इस महामारी ने कितने बच्चों को इस तरह अनाथ कर दिया है, जिनका अब इस दुनिया में कोई सहारा नहीं है। इसी को देखते हुए आईआईएमटी समूह ऐसे 100 बच्चों को शिक्षा, आवास और भोजन निःशुल्क देगा जिन्होंने अपने अभिभावकों को कोरोना के कारण इस दुनिया से खो दिया है। भोजन,शिक्षा,आवास की सुविधाः आईआईएमटी समूह के चेयरमैन योगेश मोहन गुप्ता ने बताया कि कोरोना ने अनेक बच्चों के माता-पिता का साया उनके ऊपर से उठ लिया है। ऐसे में समाज के सक्षम लोगों का सामाजिक दावित्य बनता है कि वह आकर लोगों की मदद करें। इसी कड़ी में आईआईएमटी ग्रुप अपने मेरठ के बोर्डिंग स्कूल और हॉस्टल में रखकर पढ़ाई कराएगा साथ ही उच्च शिक्षा के साथ-साथ रोजगार दिलाने में मदद करेगा। वहीं लड़कियों को उच्च शिक्षा के साथ-साथ विवाह होने तक एक अभिभावक की भूमिका निभाएगा।
मिलेगा सपोर्टिव माहौलः
कॉलेज के प्रबंध निदेशक मयंक अग्रवाल ने कहा है कि बच्चों के लिए आस-पास का माहौल बहुत मायने रखता है। मां-बाप के ना होने पर बच्चों के लिए परिवार के दूसरे सदस्य जैसे दादा-दादी, चाच-चाची का सपोर्ट होना बहुत जरूरी है। देश भर से 100 बच्चों की जिम्मदारी समूह द्वारा की जाएगी। अगर किसी के आस-पास ऐसे अनाथ बच्चे हैं जिन्होंने कोविड-19 के कारण अपने मां-बाप को खो दिया है तो इसके बारे में सुनील शर्मा को फोन नंबर 9927067646 पर संपर्क कर सकत है।
कोरोना पीडित परिवारों को निःशुल्क भोजन करा रहा है संस्थानः
मालूम हो कि पिछले काफी दिनों से समूह द्वार ग्रेटर नोएडा और मेरठ में कोरोना पीडित परिवारों को उनके घर जाकर लंच और डिनर दे रहा है।
आईआईएमटी समूह 100 बच्चों के अभिभावक की निभाएगा जिम्मेदारी
