" data-ad-slot="">

नई दवाओं के प्रमाणीकरण और कठोर सत्यापन की है सख्त आवश्यकता- बी.पी. शर्मा

" data-ad-slot=""data-auto-format="rspv" data-full-width>
" data-ad-slot=""data-auto-format="rspv" data-full-width>
" data-ad-slot=""data-auto-format="rspv" data-full-width>

 

-जीबीयू में स्थानांतरित किए गए राष्ट्रीय अनुसंधान पर राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित

ग्रेटर नोएडा,30 नवम्बर। जैविक विज्ञान के सैद्धांतिक, व्यावहारिक और नैदानिक ​​पहलुओं में नवीनतम ज्ञान का प्रसार करने के लिए अपनी विरासत के साथ जारी रखते हुए, स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, जीबीयू  में पहला “नेशनल कॉन्फ्रेंस इन ट्रांसलेशनल रिसर्च इन बायोटेक्नोलॉजी” का आयोजन किया। जीबीयू के कुलपति प्रो.बीपी शर्मा ने अपने उद्घाटन भाषण में पर्यावरण पर नई दवाओं के दीर्घकालिक प्रभाव का आकलन करने की आवश्यकता पर जोर दिया। लोकप्रिय दर्द निवारक “डिक्लोफेनाक” के बड़े पैमाने पर उपयोग के कारण गिद्धों का लगभग विलुप्त होने का उदाहरण देते हुए, प्रो. शर्मा ने कहा कि नई दवाओं के प्रमाणीकरण और कठोर सत्यापन की सख्त आवश्यकता है और इससे पहले दीर्घकालिक प्रभाव का आकलन करें। प्रो. शर्मा ने आगे बताया कि गाय, जर्सी की आनुवंशिक रूप से इंजीनियर प्रजातियों का उपयोग किस प्रकार इन्टे  कैसिइन प्रोटीन के ए-1 प्रकार को जारी करने के लिए किया गया है, जिसे अब मोटापे और कुछ हृदय जटिलताओं के विकास के लिए प्रमुख जोखिम कारकों में से एक माना जाता है। नेशनल कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य चिकित्सकों और प्रमुख वैज्ञानिकों ने भाग लिया जैसे डॉ. विकास गोस्वामी (मैक्स अस्पताल वैशाली), शेर अली, निदेशक सीआईआरबीएस, जामिया मिलिया इस्लामिया,  प्रो. रिज़वान एच. खान (अंतःविषय जैव प्रौद्योगिकी इकाई, एएमयू),  राजीव भट्ट (स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, जेएनयू),  सौरभ श्रीवास्तव (एचओडी, मेडिसिन विभाग, जिम्स, ग्रेटर नोएडा) और डॉ. राजेश मिश्रा, जैव प्रौद्योगिकी, जेएनयू। सम्मेलन ने युवा शोधकर्ताओं को पोस्टर प्रस्तुति के माध्यम से अपना काम प्रस्तुत करने का अवसर भी दिया। पोस्टर सत्र के शीर्ष तीन विजेताओं को अगस्त के दर्शकों की उपस्थिति में अपने काम को प्रस्तुत करने का अवसर दिया गया। सम्मेलन का एक और मुख्य आकर्षण पैनल डिस्कशन था, जिसके दौरान मेडिसिन और बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र से आए पैनलिस्टों ने ट्रांसलेशनल रिसर्च में नवीनतम विकास पर अपने विचार साझा किए। इस सम्मेलन के सफल संगठन का श्रेय छात्र समन्वयक यानी अमीर मोहम्मद अर्ष, पारस सामंत, वर्णित चौहान, सुहाना मिश्रा प्रशांत कुमार राय, अंकित शर्मा, उत्पल मल्लिक, हर्षिता पांडे, ऋचा पाराशर, अंशिमा सिंह, अनिल बेहरा, मान महेन्द्र सिंह को जाता है, अनामिका सिंह, नितिन वर्मा, महदियार और स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी के सभी छात्र। यह आयोजन स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी के तीन फैकल्टी मेंबर्स डॉ. बरखा सिंघल, डॉ. रेखा पुरिया और डॉ. मो. तशफीन अशरफ और डीन प्रो. श्वेता आनंद और डॉ. भूपेंद्र चौधरी एचओडी, बायोटेक्नोलॉजी स्कूल मौजूद रहे।

 

Spread the love
Samvad Express

Samvad Express is a News Portal Digital Media.

Recent Posts

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर प्रज्ञा IAS एकेडमी ने  महिलाओं को किया प्रोत्साहित, भाजपा जिलाध्यक्ष अभिषेक शर्मा हुए शामिल

ग्रेटर नोएडा। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को समर्पित एक कार्यक्रम का आयोजन प्रज्ञा आएएस  एकेडमी,…

40 minutes ago

एनआईटी ग्रेटर नोएडा में आईईईई उत्तर प्रदेश सेक्शन द्वारा कांफ्रेंस क्वालिटी एंड मैनेजमेंट पर वर्कशॉप आयोजित

ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी ग्रेटर नोएडा (एनआईटी ग्रेटर नोएडा) में  आईईईई…

5 days ago

आर्ट ऑफ गिविंग का भव्य आयोजन ‘नेबर्गुड’ थीम पर दिल्ली-एनसीआर के 100 से अधिक स्थानों पर मनाया

नई दिल्ली। केआईआईटी की निदेशक एवं आर्ट ऑफ गिविंग दिल्ली की संयोजिका, कुमकुम शर्मा के…

2 weeks ago

यथार्थ अस्पताल के सौजन्य से फुल बॉडी चेकअप कैंप का आयोजन, पत्रकारों ने कराई स्वास्थ्य जांच

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब के तत्वावधान में यथार्थ अस्पताल, ग्रेटर नोएडा के सौजन्य…

3 weeks ago

राम-ईश इंस्टीट्यूट में वार्षिक अकादमिक पुरस्कार समारोह 2025 का हुआ आयोजन

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही भारत को वैश्विक नेतृत्व की ओर ले जा सकती है-प्रो. जे.पी. पाण्डेय…

3 weeks ago
" data-ad-slot=""data-auto-format="rspv" data-full-width>