लखनऊ/ ग्रेटर नोएडा,22 सितम्बर। फिल्म सिटी के निर्माण की दिशा को मूर्त रुप में देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को फिल्म जगत की दिग्गज हस्तियों एवं फिल्म निर्माताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में अभिनेता परेश रावल, अनुपम खेर, कैलाश खेर, सुभाष घई, डेविड धवन और विवके अग्निहोत्री ने फिल्म सिटी निर्माण को लेकर अपने सुझाव दिए। यूपी में फिल्म सिटी की घोषणा के साथ ही इस पर तेजी से काम हो रहा है। फिल्म सिटी के लिए यमुना एक्सप्रेस वे पर 1000 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। बॉलीवुड के टॉप चेहरों संग सीएम योगी की बैठक में यमुना एक्सप्रेस वे पर फिल्म सिटी के लिए जगह प्रस्तावित की गई है।
फिल्म सिटी के साथ विश्वस्तरीय इलेक्ट्रॉनिक सिटी का होगा निर्माण
सीएम योगी ने कहा कि यह सिर्फ फिल्म सिटी तक सीमित नहीं रहेगा हम वहां वर्ल्ड इलेक्ट्रॉनिक सिटी भी देने जा रहे हैं और एक वर्ल्ड क्लास फाइनेंशियल सिटी भी हम वहीं प्रपोज करने जा रहे हैं जो वहां से हर आर्थिक और वित्तीय गतिविधियों का संचालन कर सके। बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने 18 सितंबर को फिल्म सिटी बनाने का ऐलान किया था।
फिल्म सिटी को पांच जोन में किया है विभाजित
पांच जोन में फिल्मसिटी को बांटा गया है जिसमें इंटरेंस ऑफिस, शूटिंग एरिया एवं आवासीय क्षेत्र, थीम पार्क, आउटडोर लोकेशंस, यूनिवर्सिटी एवं स्टूडियो और एयरपोर्ट होंगे। इसमें फिल्म प्रोडक्शन, स्टूडियो, आउटडोर लोकेशन, पोस्ट प्रोडक्शन, स्पेशल एफेक्ट स्टूडियो. होटल, क्लब हाउस, गांव,वर्कशाप, पर्यटन एवं मनोरंजन, फिल्म यूनिवर्सिटी, रिटेल एवं शॉपिंग स्थल, फूड कोर्ट, मनोरंजन पार्क, हॉस्पिटिलिटी, कंवेंशन सेंटर और खेल के मैदान होंगे।
– यूपी सरकार की फिल्म सिटी से जुड़ी महत्वूपर्ण बातें
उत्तर प्रदेश सरकार ने जो फिल्म सिटी प्रस्तावित की है उसमें फिल्म निर्माण से जुड़े सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। 1000 एकड़ में बनने वाली इस फिल्म सिटी में कई स्टूडियो, सेट्स, बैकलॉग और फिल्म के प्रोडक्शन एवं पोस्ट प्रोडक्शन से जुड़ी सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस फिल्म सिटी में एक साथ कई फिल्मों की शूटिंग एवं टेलीविजन प्रोडक्शन का काम होगा।
-फिल्म प्रोडक्शन की सभी सुविधाएं
फिल्म सिटी में कई स्टूडियो बनाए जाएंगे। इनमें राज्य की कला को प्रदर्शित करने वाले स्टूडियो होंगे। स्टूडियो ऐसे भी होंगे जिन्हें जरूरत के हिसाब से छोटा और बड़ा बनाया जा सकेगा। फिल्म निर्माताओं को एक ही छत के नीचे प्री-प्रोडक्शन, प्रोडक्शन और पोस्ट प्रोडक्शन की सुविधाएं मिलेंगी। स्डूडियो में सुरक्षित माहौल सुनिश्चित किया जाएगा। फिल्म यूनिवर्सिटी में राज्य की कला एवं कौशल को प्रदर्शित करने वाली चीजें होंगी। यहां छात्रों को मीडिया के पेशवर लोगों के साथ काम करने का मौका मिलेगा। यहां सीखने एवं काम करने का एक जीवंत माहौल मिलेगा। इस फिल्म सिटी का इस्तेमाल केवल फिल्म निर्माण से जुड़ी गतिविधियों के लिए नहीं बल्कि पर्यटन स्थल एवं मनोरंजन के एक केंद्र के रूप में भी होगा। इसमें गॉर्डन, लैंडस्केप, मनोरंजन पार्क, प्रतिमाएं, होटल, रेस्तरां और शॉपिंग की जगहें होंगी। फिल्म सिटी में विश्व स्तरीय म्यूजियम होगा। यह भारतीय सिनेमा की पूरी विरासत को प्रदर्शित करेगा। इसमें फिल्म अर्काइव और फिल्म प्रोसेस से जुड़ी चीजें भी होंगी।
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